गौ तस्कर अंकित,जुगेश,शिव,इंद्रजीत,विकेश तिवारी,बसंतपुर दरोगा के पैसों से हो रहे हैं सूरजपुर ,बलरामपुर एसपी मालामाल ? इस लिए नही हो रही कार्यवाही और मिल रहा है संरक्षण

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आर्य कुमार प्रशान्त पाण्डेय
बलरामपुर जैसे की हम जानते हैं की अपने लोगों को बचाने के लिए लीपापोती करना पुलिस की पुरानी आदत है लेकिन जब सच चीख चीख के कह रहा हो उस पर भी सस्ता तेल कान में डालकर सोने वाले सरगुजा संभाग के दो एसपी के तो क्या कहने। एक तरफ जहां एक चोर को पकड़ कर वाहवाही लूटने में कोई कसर ना छोड़ने वाले हमारे सूरजपुर और बलरामपुर के एसपी अपनी ईमानदारी कहां छोड़ आए हैं ये समझ से परे हैं। ऐसा लगता है की अपने सिपाही,दरोगा,और प्रभारी के जुटाए गए चंदों की रोशनी ने इन दोनो को चकाचौंध कर दिया है ,जो वीडियो सामने आने के बाद में भी ये दोनो खुद अपने हाथों में वाइपर लेकर लीपापोती करने में उतर आए हैं।

पैसे लेकर करते थे गाय,भैंस की तस्करी वाला वीडियो सामने आने के बाद भी एसपी के मुंह में ताला क्यों…?
एक वीडियो सामने आता है जिसमे पकड़े गए आरोपी ने नामजद तौर पे पुलिस वालों का नाम लिया और यह भी बताया की कौन कितना पैसा लेता है फिर भी एसपी कार्यवाही करने में लाचार हैं,यहां तक की निष्पक्ष जांच के लिए इन लोगों को सस्पेंड किया जाना चाहिए था परंतु अपने विभागीय कर्मियों को बचाने के लिए दोनो एसपी अपने हाथ खड़े कर लिया और मामले के ठंडा होने का इंतजार कर रहे हैं।

अंकित,जुगेश,शिव इंद्रजीत,बसंतपुर दरोगा,प्रतापपुर प्रभारी तिवारी(विकेश तिवारी) के लिए नाम
अंकित,जुगेश,शिव इंद्रजीत,बसंतपुर दरोगा,प्रतापपुर प्रभारी विकेश तिवारी के लिए नाम वाला वीडियो सबके सामने आ चुका है लेकिन फिर भी इन अधिकारियों के कान में जू तक नही रेंग रहा है कार्यवाही के नाम पर। आखिर ऐसा क्या कारण है जो दोनो एसपी अपने विभाग के लोगों पर इतना मेंहरबान हैं। क्या इन लोगों के चंदे का एक बड़ा हिस्सा इन दोनो जिले के एसपी को भी जाता है?? और नोटो के वजन से ये कार्यवाही करने को उठ तक नही पा रहे हैं??
जब अपराधी ने स्पष्ट रूप से आरक्षक अंकित,आरक्षक जुगेश, आरक्षक शिव,आरक्षक इंद्रजीत,बसंतपुर दरोगा,प्रतापपुर प्रभारी विकेश तिवारी के लिए नाम उसके बाद भी इतनी लीपापोती समझ से परे हैं।


आखिर ऐसी क्या मजबूरी थी की बलरामपुर एसपी रामकृष्ण साहू बने लीपापोती एक्सपर्ट
जब वीडियो सामने आ चुका है तो उसमे तत्काल कार्यवाही करनी चाहिए लीपापोती नही लेकिन एसपी रामकृष्ण साहू की लीपापोती से ही फुर्सत नही है। या फिर उनको इस काले कारनामे में सम्मानजनक हिस्सा मिलता रहा होगा जिसके चलते वो चुप है??

भावना गुप्ता को क्यों हैं अपने दागी दरोगा और आरक्षक से इतनी सदभावना।
सूरजपुर एसपी भावना गुप्ता की ईमानदारी को जंग लग गया है या फिर विकेश तिवारी के चंदों ने उनको शांत रखा है जो नामजद वीडियो आने के बाद भी वो शांत है और लीपापोती ने नाम पर ट्रांसफर करके अपना पल्ला झाड़ रही हैं।

एक गौ वंश पे 1500 से 2000 तक की वसूली की जाती है:– सूत्र
हमे ऐसी जानकारी मिली है की पहले प्रतापपुर थाना अंतर्गत गौ वंश पर करने के लिए प्रत्येक के लिए 1500 से 2000 तक वसूले जाते थे लेकिन अब अपने परमानेंट कस्टमर्स को डिस्काउंट देते हुए रेट कम कर दिया गया।

बिना बड़े अधिकारियों के संलिप्तता के नही हो सकता ऐसा काम..क्या दोनो एसपी तक भी पहुंची ही चंदे की राशि??
यह संभव ही नहीं है की आरक्षक और प्रभारी मिलकर इस प्रकार का धंधा करना चालू कर दें और इस बात की खबर पुलिस के उच्च अधिकारियों को हो ही ना,कहीं ना कहीं पुलिस के उच्च अधिकारियों को भी इस धंधे में लाभ मिल रहा होगा,जिसके कारण वो अपना मुंह बंद कर लिए हैं।नही तो अबतक इन दलनलों पर गाज गिर चुकी होती लेकिन जब दोनो एसपी ये बात अच्छे से जानते हैं की इससे उनका आवक जवक रुक जायेगा तो कार्यवाही क्यों करेंगे। सिर्फ मामला ठंडा होने के इंतजार कर रहे हैं।

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