दुर्ग :– दुर्ग में धर्मांतरण को लेकर जमकर हंगामा हो गया। ईसाई समाज के कुछ लोगों के गांव में पहुंचने पर ग्रामीण और हिंदू संगठनों के तमाम कार्यकर्ता एकत्र हो गए। उनका घेराव कर नारेबाजी शुरू कर दी। ग्रामीणों का आरोप है कि ईसाई समुदाय के लोग रुपए और अन्य लालच देकर धर्म परिवर्तन करा रहे थे। सूचना मिलने पर पहुंची नंदनी थाना पुलिस ईसाई समाज के लोगों को पकड़ कर थाने ले गई। पुलिस ने उनसे धार्मिक किताबों सहित अन्य दस्तावेज जब्त किए हैं।
धमधा ब्लॉक के ओटेबंद गांव रविवार देर रात ईसाई समाज के 45 से ज्यादा लोग पहुंचे थे। उनके पास बड़ी संख्या में बाइबिल सहित अन्य धार्मिक किताबें और दस्तावेज थे। यह लोग ग्रामीणों को एकत्र कर भाटापारा इलाके में विशेष प्रार्थना सभा कर रहे थे। थोड़ी देर बाद वहां पूरा गांव एकत्र हो गया। सूचना मिलने पर विश्व हिंदू परिषद, भाजपा, शिवसेना और बजरंग दल के कार्यकर्ता भी पहुंच गए। इसके बाद हंगामा शुरू हो गया।
दो के खिलाफ केस दर्ज
ग्रामीणों का आरोप है कि जब उन्होंने समुदाय के लोगों से गांव में आने का कारण पूछा तो वह गोलमोल जवाब देने लगे। कुछ ने विशेष प्रार्थना सभा की बात कही तो कुछ ने अन्य कारण बताया। उनके अलग-अलग जवाब देने से ग्रामीण आक्रोशित हो गए। उन्होंने धर्मांतरण का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। इस बीच किसी ने पुलिस को सूचना दे दी। मौके पर फोर्स के साथ पहुंचे थाना प्रभारी ने ईसाई समुदाय के लोगों से पूछताछ की और उसके बाद 2 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
लालच देकर धर्मांतरण का आरोप
बताया जा रहा है कि मिशनरी अपने साथ काफी संख्या में बाइबिल व अन्य धर्म से जुड़े दस्तावेज लेकर पहुंचे थे। पुलिस ने उनके पास से यह सभी दस्तावेज जब्त किया है। पता चल है कि उनके पास कुछ ऐसे भी दस्तावेज मिले हैं, जिसमें ग्रामीणों को दिए गए उधार रकम का जिक्र था। ग्रामीणों का आरोप है कि मिशनरी इसी तरह गरीब लोगों को उधार रकम देते हैं और उन्हें अन्य लालच देकर धर्म परिवर्तन करने के लिए मजबूर करते हैं।