अम्बिकापुर शहर में प्रतिदिन भू माफियाओं का अत्याचार लगातार बढ़ते जा रहा है। यहां जमीन जायजात उसी की सुरक्षित है जिसके पास या तो शक्ति है या फिर पैसे…. पीड़ित व्यक्ति यदि मदद मांगने पुलिस के पास भी जाते हैं तो पुलिस से भी उन्हें कोई मदद नहीं मिलती है क्योंकि पैसे और पावर के दम पर भू माफिया पुलिस वालों को भी अपनी और मिला लेते हैं। ऐसे हालात में आखिर पीड़ित व्यक्ति न्याय की उम्मीद किससे रखें। ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां कमलेश नेत्रालय के संचालक अभिजीत जैन एवं उनकी पत्नी चेतना जैन,उत्तम गुप्ता, प्रकाश,आयुष तथा अन्य 10-12 अज्ञात हमलावरों एवं दो पुलिसवालों के साथ 2 अक्टूबर को महिला संगीता श्रीवास्तव के फुंदुरदिहारी स्थित घर पहुंच कर महिला के निर्माणाधीन भवन को ध्वस्त कर देते हैं। महिला के जमीन पर अवैध कब्जा करने का प्रयत्न डॉक्टर दंपति द्वारा लगातार किया जा रहा है महिला के ऊपर लगातार दबाव डालकर महिला को परेशान किया जा रहा है घटना दिवस को भी महिला के साथ आरोपियों द्वारा गाली गलौज कर जान से मारने की धमकी तक जी जाती है उसे उठवा लेने तक की धमकी दी जाती है जिसके कारण महिला काफी डरी हुई है महिला अपनी फरियाद लेकर गांधीनगर थाने पहुंचती है लेकिन डॉक्टर दंपत्ति अन्य साथियों के साथ पहले ही वहां पहुंच जाते हैं और रसूखदार होने की वजह से पुलिस पर पैसे और पावर का इस्तेमाल करते हुए पुलिस को अपनी ओर कर लेते हैं। महिला की लाख मिन्नतों के बावजूद गांधीनगर पुलिस द्वारा महिला का आवेदन लेने से इंकार कर दिया जाता है अंततः महिला द्वारा थक हार कर मामले की शिकायत एसपी सरगुजा से की जाती है।
जहां एक ओर डॉक्टर को भगवान का दूसरा रूप कहा जाता है वही डॉक्टर दंपति द्वारा किसी असहाय बेसहारा औरत की जमीन हड़पना और उसके निर्माणाधीन भवन को तोड़कर महिला के साथ अभद्रता करना व जान से मारने की धमकी देना काफी शर्मनाक है।