बिलासपुर: धार्मिक, राजनीतिक से लेकर होने वाले शादी समारोह में डीजे और धुमाल का चलन काफी ज्यादा बढ़ गया है. इसके बगैर आयोजकों को सब कुछ फीका सा लगने लगता है. इसी डीजे ने एक मासूम को इस दुनिया से रुखसत कर दिया. छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के बेनिनगर में रहने वाले कलीम अंसारी का ढाई साल का बेटा जन्म से प्लास्टिक एनीमिया की बीमारी से ग्रसित था. परिवार वाले बच्चे का इलाज वेल्लूर में करवा रहे थे.5 सितंबर को बेटे को स्थाई इलाज के लिए परिवार वेल्लूर ले जाने की तैयारी कर रहा था.
इसी बीच 31 अगस्त और 1 सितम्बर की दरमियानी रात मुहल्ले में धार्मिक जुलूस निकाला गया. इस जुलूस में डीजे का उपयोग किया जा रहा था. परिवार वालों का आरोप है कि डीजे की तेज आवाज के कारण अमान की तबीयत अचानक बिगड़ गई और कुछ ही समय में अमान अंसारी इस दुनिया से विदा हो गया.
बेटे को खो चुके कलीम अंसारी का पूरा परिवार इस समय दुख के समंदर में डूबा हुआ है. आने वाले समय में कलीम अंसारी अपने बेटे के नाम पर एक फाउंडेशन बनाने की तैयारी कर रहे हैंं जिसके जरिये इस तरह के मामलों को शासन प्रशासन के सामने लाकर बीमार लोगों की मदद की जा सके. कलीम अंसारी का मानना है कि जो उनकी पूंजी थी उसे तो वे खो चुके हैं, लेकिन अब दोबारा डीजे से किसी के घर में मातम न पसरे, उसके लिए संघर्ष करेंगे.
बेटे की मौत के कुछ बाद अमान के पिता बिलासपुर के कलेक्टर और एसपी से मिलकर ये निवेदन करेंगे कि डीजे और धुमाल जैसे तेज आवाज वाले इस तरह के सिस्टम का डेसिबल निर्धारित कर दिया जाए ताकि आगे ऐसे घटना न हो. उधर, मामले की जानकारी जिले पुलिस कप्तान तक भी पहुंची है. एसपी दीपक कुमार झा जल्द ही इस मामले में नियम को नहीं मानने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं.