मनीष चौबे मैनपाट विकासखंड क्षेत्र के अंतर्गत नर्मदापुर स्वास्थ्य केंद्र में बड़ी लापरवाही बरती गई नर्मदापुर स्वास्थ्य केंद्र में 7 घंटों में 100 महिलाओं की नसबंदी की गई लेकिन ऑपरेशन के बाद उन्हें जमीन पर लेटाया गया। स्वास्थ्य केंद्र द्वारा अपना टारगेट पूरा करने के लिए 100 महिलाओं का नशबंदी तो किया गया लेकिन सुविधाओं के नाम पर केवल उन्हें जमीन पर लेटा दिया गया। मैनपाट क्षेत्र के महिलाओं को नसबंदी हेतु स्वास्थ्य केंद्र लाया गया था जिसकी संख्या 100 थी जो रात 8:00 बजे से 1:00 बजे तक नसबंदी की गई फिर उन्हें जमीन पर लिटा दिया गया और महिलाओं को 24 घंटे से भूखे जमीन पर लेती रही जब मामला चर्चा में आया तो सरगुजा जिले के सीएचएमओ इन्हें संबंधित बीएमओ एवं सर्जन को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
यह काफी शर्मनाक मामला है आए दिन ऐसे मामले आते रहते हैं जिनमे ऐसी लापरवाही के कारण कई लोगों की जान चली जाती है। ऐसे डॉक्टर नर्सेज जो टारगेट पूरा करने के नाम पर लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करते हैं उन्हें इस बात की चिंता नहीं होती कि किसी की मृत्यु हो जाती है तो उस परिवार पर कैसी विपदा आएगी ऐसे डॉक्टरों को केवल अपने टारगेट पूरा करके अपने जी भरना होता है उन्हें किसी की मरने या जीने से फर्क नहीं पड़ता। सोचने वाली बात तो यह है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस प्रकार लोगों की जान से खिलवाड़ किया जाना काफी शर्मनाक है इस मामले पर जांच करके उचित से उचित कार्यवाही करनी चाहिए क्योंकि संबंधित अधिकारी द्वारा 100 महिलाओं की जिंदगी से खिलवाड़ किया गया है।