दलाल ASI संजय तिवारी घुस कांड पार्ट–2,,ASI तक कैसे पहुंचे पैसे..?? देखे वीडियो…

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अम्बिकापुर :– आज हमारे देश में सभी आजादी के 75 वर्ष पूरे होने की खुशी मना रहे हैं। हम आज उन वीर जवानों की शहादत का सम्मान करते हैं, जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर हमे आजादी दिलाई। वहीं एक ऐसा वीडियो सामने ला रहे है जो देश में छुपे एक जयचंद का है, एक दलाल का है, जिसे पैसों के आगे कुछ दिखाई नहीं देता। ये व्यक्ति भ्रष्टाचारीयों में सबसे बड़ा भ्रष्टाचारी है। हम बात उसी दलाल ASI संजय तिवारी की कर रहे हैं जिसका गांजा विक्रेताओं से साठगांठ की होने की बात का खुलासा हम कर चुके हैं।
इस लोभी पुलिस वाले ने ना जाने कितने तस्करों को ऐसे पैसे लेकर संरक्षण दिया हुआ है। हमने एक मामला उजागर कर दिया हैं और हमेशा करते रहेंगे।

लालची,लोभी ASI संजय तिवारी ने पार की भ्रष्टाचार की सारी हदें
इस लालची लोभी संजय तिवारी ने गांजा वाले को गांजा बेचने देने के लिए 1 लाख रुपए की मांग रखी जिसमे से 8 हजार रुपए गांजा विक्रेता ने संजय तिवारी के एजेंट महिला को दिया जिसे बाद में महिला ने संजय तिवारी तक पहुंचाया।जब महिला ने गांजा विक्रेता के 8 हजार रुपए की सूचना दलाल संजय तिवारी को दी तो वो काफी नाराज हुए क्योंकि बात ज्यादा पैसों की हुई थी। जब महिला गांजा विक्रेता से पैसे ले रही थी और पैसे लिए जाने की बात संजय तिवारी को दे रही थी उसी दौरान का वीडियो हिंद स्वराष्ट्र के कैमरे ने रिकॉर्ड कर लिया।


संजय तिवारी एक भ्रष्टाचार का ब्रांड है जिसने जहां जहां अपनी सेवाएं दी वहां वहां अपराध फैलाया होगा

दलाल ASI संजय तिवारी को कोई हक नही है की वो आने वाली नई पीढ़ी को बर्बाद करे, उसे नशे की दलदल में धकेले। धिक्कार है ऐसे स्वार्थी व्यक्ति पर जिसे भीख रूपी रिश्वत से जादा और कुछ नही दिखता।

शामिल हो सकते हैं पुलिस के बड़े अधिकारी

आखिर दलाल संजय तिवारी की सच्चाई सामने आने के बाद भी पुलिस के उच्च अधिकारी उसपर कार्यवाही नही कर रहे हैं, ऐसे में साफ जाहिर होता हैं कि उच्च अधिकारियों को उनका हिस्सा संजय तिवारी समय पर पहुंचा दिया जाता होगा।

समाज में पुलिस की छवि खराब होने का कारण

समाज में पुलिस की छवि खराब होने का कारण ऐसे मामले हैं। जिसके कारण आज समाज में पुलिस की छवि खराब है।
ऐसे ही दलाली कर–कर के तथा अपना हिस्सा ले कर कार्यवाही ना करना ही पुलिस की छवि खराब होने का सबसे बड़ा कारण है.

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