अम्बिकापुर :– पुलिस के नाम पर कलंक एएसआई संजय तिवारी और नशे के कारोबारी के बीच पैसों की डील का ऑडियो क्लिप सामने आया है। जिसमें संजय तिवारी और गांजा तस्कर के बीच पैसों की लेनदेन के बारे में बातचीत हुई हैं। जिसमे गांजा तस्कर द्वारा 10 हजार रुपयों के इंतजाम हो जाने की बात कही गई। जहां संजय तिवारी द्वारा चालाकी करते हुए पैसे लेने नहीं जाने की बात कही गई।
संजय तिवारी द्वारा बाद में पैसे महामाया मंदिर के सामने नारियल बेचने वाली महिला को देने को कहा गया। तस्कर द्वारा महिला को 8 हजार रुपए दिए गए। पैसे लेने के बाद महिला द्वारा पैसे मिलने की बात संजय तिवारी को बताई गई।
जिसमे संजय तिवारी द्वारा 2 हजार कम क्यों दिया हैं यह बात भी पूछी गई।
संजय तिवारी द्वारा अपने पद का दुरुपयोग करते हुए गांजा तस्कर से पैसे लिए गए और उससे गांजा बेचने की अनुमति दे दी गई जबकि संजय तिवारी जैसे एएसआई को फैसला सुनाने का कोई अधिकार नहीं है। संजय तिवारी को भारत के भविष्य के साथ खेलने का कोई अधिकार नहीं है। संजय तिवारी पुलिस के वेश में दलाल हैं जो सरकार का नमक खाते हैं और देश को खोखला करने के लिए काम करते हैं। ये वह लोग हैं जो देश के भविष्य युवा वर्ग को बर्बाद करके, नशा के दलदल में भारत के भविष्य को धकेलने वाले लोगों को साथ देते हैं उनका संरक्षण करते हैं और देश को बर्बाद कर अपना घर भरते हैं। ऐसे लोगों को केवल लाइन अटैच करके इंसाफ नहीं किया जा सकता क्योंकि इन्होंने सिर्फ पैसे लेने की गलती नहीं की बल्कि जानबूझकर भारत के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है।