अंबिकापुर :– आज का अंबिकापुर जहां हम रहते हैं वह पुराने अंबिकापुर से बिल्कुल अलग है जहां पहले किसी भी प्रकार की नशीली प्रवृत्ति और नशे संबंधी गतिविधि नहीं होती थी लेकिन आज अंबिकापुर में शायद ही कोई ऐसा क्षेत्र होगा जहां नशे का कारोबार नहीं होता हो।
पुलिस के कर्मचारी नही दलालों की दलाल हैं कुछ पुलिस वाले
आज अम्बिकापुर का युवा वर्ग इन दलालों की वजह से नशे के गिरफ्त में पहुंच गया है। यहां के बच्चे बच्चे को पता है की नशे का कारोबार कहां और कौन करता है। अगर आपको नशीली सिरप, नशीली गोली, ब्राउन शुगर, चरस ,गांजा, नशीली इंजेक्शन लेनी होगी तो किसी बच्चे से भी पता पूछ कर ले सकते हैं , लेकिन सोचने वाली बात तो यह है की धड़ल्ले से बिक रहे इस नशे के कारोबार पर पुलिस की नजर कैसे नहीं पड़ती।
आखिर क्या कारण है कि पुलिस प्रशासन नशे के कारोबारियों तक नहीं पहुंच पा रही है और नशे के व्यापार को खत्म नहीं कर पा रही है। इतने तादाद में अलग अलग अलग जगहों पर नशे के कारोबारी अपना व्यापार जमा कर बैठे हैं यह संभव कैसे हैं??
सोचने वाली बात तो यह है कई जगह पर हमें पता चला की पुलिस वाले खुद नशे के कारोबारियों पर मेहरबान है और उनके संरक्षण से नशे के कारोबारी फूल फल रहे हैं, और कार्रवाई ना करने के नाम पर पुलिस वाले मोटी रकम लेकर अपना जेब भर रहे हैं। एक अनुमान के अनुसार लगभग सभी नशे के कारोबारियों से पुलिस वालों के हफ्ते और महीने बंधे हुए हैं। कहीं ना कहीं इसमें पुलिस के बड़े अधिकारियों कि भी संलिप्तता होगी जिसकी वजह से छोटे कर्मचारी अवैध उगाही करने में सफल हो पा रहे हैं।
कहीं 50000 लेकर छोड़ने तो कहीं 1 लाख रुपए लेकर बेचने देने की बात भी होती होगी
आखिर हर गली चौराहे पर नशीले पदार्थों की इतनी भारी मात्रा में बिक्री कैसे हो रही हैं? क्या यह सोच कर कि सामने वाला व्यक्ति नशीली पदार्थ बेचकर अपना घर चला रहा है उसे छोड़ देंगे या उससे 50,000 या ₹100000 लेकर बेचने की अनुमति दे देंगे। आखिर ऐसे भ्रष्ट और अपराधी प्रवृत्ति के नशे के कारोबारी एवं उनकी दलाली करने वाले पुलिस वालों पर कार्यवाही कब होगी।
ऐसे बहुत से मामले हैं जिनमें पुलिस नशे के व्यापारियों से दलाली कर उगाही करती है जिसका साक्ष्य हमारे पास उपलब्ध है, जिसे कार्यवाही ना होने पर न्यूज़ के माध्यम से दिखाया जाएगा।
हमारे द्वारा आने वाले कुछ दिनों में स्पष्ट रूप से रिश्वत लेने वाले पुलिस वालों के नाम का खुलासा किया जाएगा जो नशे के व्यापार को बढ़ावा देने के लिए तथा अपनी जेब भरने के लिए नशे के सौदागरों से वसूली करते हैं।