शिव मिश्र मनेंद्रगढ़-नगर पालिका परिषद बैठक के दौरान बवाल सा मच गया । सवाल जवाब का सिलसिला शुरू होते ही मानो भूचाल आ गया हो। कुछ मुद्दों पर सहमति के साथ प्रस्ताव पारित किए गए लेकिन कुछ बातों को लेकर सामंजस्य की कमी नजर आई। सत्ता पक्ष के ही पार्षदों के द्वारा पक्षपात वा द्वेषपूर्ण राजनीति करने का आरोप लगाया गया। नपा अध्यक्ष व नपा अधिकारी से सवाल किया तो मानो भूचाल सा आ गया और बहस का सिलसिला शुरू हो गया सवाल के जवाब में नपा अधिकारी द्वारा कहा गया मैं नया-नया हूं का राग अलापते नजर आए, कहते हैं कि अब मैं आ गया हूं पूर्व के पत्रचारों को मैं नहीं जानता मुझे जानकारी नहीं है आप फिर से आवेदन दें कार्रवाई होगी। ज्ञात हो कि बीते कार्यकाल के दौरान डेढ़ दर्जन से अधिक नगर पालिका अधिकारी बदले जा चुके हैं विवादों में रहा मनेंद्रगढ़ नगर पालिका इसी बात को लेकर काफी सुर्खियां बटोर चुका है। अगर हर नगर पालिका अधिकारी बदले जाने का राग अलापते रहे तो नगर का विकास, वार्ड का विकास होने में कई दशक लग जाएंगे । जैसे ही पार्षदों ने नगर पालिका अध्यक्ष से वित्तीय संबंधित जानकारी चाही तो नगर पालिका अध्यक्ष मेज थपथपा कर बैठक समाप्त करने की घोषणा कर उठ कर चली गई जबकि परिषद की बैठक में उन्हें नियमतः जवाब देना था । नपा के एक पार्षद ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहां कि अध्यक्ष के द्वारा कई प्रकार से अनियमितताएं की जा रही है जैसे नपा के नियमानुसार 2 लोगों से कार्य लिया जा सकता है लेकिन आधे दर्जन से अधिक कर्मचारियों से अपने घर का कार्य लिया जा रहा है। दूसरे आरोप में कहा कि अध्यक्ष महोदय के द्वारा मरम्मत संधारण का पैसा केवल अपने वार्ड में खर्च किया गया जिस के पुख्ता प्रमाण भी हमारे पास हैं। साथ ही जेसीबी बनवाने के लिए 5 लाख रु का भुगतान कर दिया गया लेकिन आज भी मशीन खराब है।
जेसीबी मशीन बनकर 12 दिनों पूर्व गैरेज से आ चुकी है लेकिन मशीन अभी तक मनेंद्रगढ़ नहीं पहुंची, पतं करने पर जानकारी मिली कि नपा अध्यक्ष के द्वारा सरकारी मशीन से मिलन पथरा स्थित अपने निजी फार्म हाउस में कार्य किया जा रहा है साथ ही सफाई विभाग से निकाला हुआ पुराना गेट अपने निजी फार्म हाउस में लगा लिया गया है। तथा मनेंद्रगढ़ के सौंदर्य स्थल सुरभि पर में सात लाख से अत्यधिक की राशि खर्च की गई जिसकी जानकारी उस वार्ड के पार्षद को भी नहीं है। पार्षद आदित्य राज डेविड ने बताया की नगरी निकाय क्षेत्र में स्थित गौठान में ना एक गाय है ना ही गोबरों का संग्रहण ही किया जा रहा है गायों का झुंड चौक चौराहों पर बैठा रहता है जबकि नियम अनुसार गौठान खाली रहने पर संबंधित नगर पालिका अधिकारी को गौठान खाली रहने के कारणों का जवाब देना होगा। वहीं नपा उपाध्यक्ष कृष्णमुरारी ने चेतावनी भरे स्वर में कहा कि 1 सप्ताह में अगर गौठान में गायें नजर नही आई तो मैं नगरपालिका के बाहर धरने पर बैठूंगा। पार्षदों ने यह भी आरोप लगाया कि नगर पालिका परिषद ठेकेदारों को पालने पोसने का कार्य कर रही है। व अध्यक्ष के नजदीकी,हितेषी व चहेते एवं आवभगत करने वाले ठेकेदारो को ही साठ गांठ करके कार्य दिया जाता है।