जशपुर
देवशरण चौहान
फरसाबहार विकासखंड में चार नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। विकासखंड मुख्यालय के क्वारेंटाइन सेंटर में दो गर्भवती महिलाओं की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वहीं इसी ब्लॉक के लठवोरा के क्वारेंटाइन सेंटर में रह रहे दो सगे भाई भी संक्रमित हैं। चारों को उपचार के लिए डोंड़काचाैरा के कोविड केयर सेंटर में भर्ती किया गया है। चार संक्रमितों के मिलने के बाद फरसाबहार ब्लॉक मुख्यालय को सील करते हुए इसे कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है।
कोरोना का संक्रमण ना हो इसके लिए प्रशासन ने फरसाबहार ब्लॉक मुख्यालय को पूर्णत: बंद कर दिया है। स्टेट हाइवे पर भी वाहनों का आवागमन रोक दिया गया है। फरसाबहार की सीमा पर अटल चौक व करीब चौक के पास बेरिकेडिंग कर स्टेट हाइवे को भी बंद कर दिया गया है। इस हाइवे से गुजरने वाले माल वाहक व अन्य गाड़ियां ग्रामीण सड़क से पंडरीपानी होते हुए आना-जाना कर रही है। ग्रामीण सड़क पर यातायात का दबाव बढ़ा है। बताया जाता है कि चोरों कोरोना संक्रमित महाराष्ट्र से लौटे थे और कुछ दिन पहले ही क्वारेंटाइन सेंटर में डाले गए थे। गर्भवती महिलाओं को उपचार के लिए रायपुर शिफ्ट किया जा सकता है। क्योंकि अभी कोविड-19 अस्पताल में ऑक्सीजन पाइप लगने का काम पूरा नहीं हो सका है। सिर्फ केयर सेंटर में सामान्य संक्रमितों का उपचार चल रहा है। संक्रमित लठवाेरा गांव के दोनों भाई केयर सेंटर में ही रखे जाएंगे। क्योंकि इनमें वायरस के दुष्प्रभाव के गंभीर लक्षण नहीं दिखे हैं। गौरतलब है कि फरसाबहार ब्लॉक के सील होने के बाद जिले के तीन विकासखंड मुख्यालय अब सील हो चुके हैं। बगीचा में एक कोरोना पॉजिटिव युवक क्वारेंटाइन के बाहर मिला था। जिसके बाद से बगीचा सील है। इससे पहले दुलदुला को सील किया गया था।
तहसीलदार भी अब होम आइसोलेशन में
फरसाबहार ब्लॉक के तहसीलदार लक्ष्मण सिंह राठिया को भी होम आइसोलेट किया गया है।
इनके साथ उन सभी कर्मचारी स्टाफ को होम आइसोलेट कर दिया गया है जिन्होंने क्वारेंटाइन सेंटर में ड्यूटी की थी और अब वे सर्दी-खांसी से पीड़ित हुए हैं या पॉजिटिव मिले लोगों के सीधे संपर्क में थे। तहसीलदार ने फरसाबहार के क्वारेंटाइन सेंटर में
व्यवस्था जमाने के लिए कई बार वहां का दौरा किया था।