कोरिया / दीपेंद्र शर्मा
गृह मंत्री ने बरगद और सांसद ज्योत्सना महंत ने पीपल पौधे का किया रोपण
ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन केन्द्र का किया शुभारंभ
गृह मंत्री और कोरिया जिले के प्रभारी मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने आज जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर के समीप ग्राम पंचायत आनी में पौध रोपण कर वन प्रदर्शन प्रक्षेत्र का शुभारंभ किया।
गृह मंत्री ने बरगद का पौधा और सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत ने पीपल का पौधा लगाया।
इसी तरह सरगुजा क्षेत्र विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष गुलाब कमरो, संसदीय सचिव श्रीमती अंबिका सिंहदेव, मनेन्द्रगढ़ विधायक डॉ. विनय जायसवाल सहित अनेक जनप्रतिनिधियों ने वन प्रदर्शन प्रक्षेत्र में अलग अलग पौधों का रोपण कर अपनी उपस्थिति दर्ज करायी।
ग्राम पंचायत आनी के कुल 26 एकड़ क्षेत्र में गौठान चारागाह के अतिरिक्त 21 एकड़ क्षेत्रफल को प्रदर्शन-वन प्रक्षेत्र के रूप में विकसित किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना के तहत सभी जिला मुख्यालयों के आस-पास वन प्रदर्शन प्रक्षेत्र तैयार करने के निर्देश दिए गए है।
गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने आज प्रदेश के पहले वन प्रदर्शन प्रक्षेत्र का शुभारंभ किया।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न विभागों के समन्वय से बनाये जा रहे वन प्रदर्शन प्रक्षेत्र आनी की अलग ही पहचान बनेगी।फलदार पौधों के बीच औषधीय पौधों की खेती और नर्सरी की तैयारी अपने आप में एक अभिनव पहल है।आने वाले समय में कोरिया का यह वन प्रदर्शन प्रक्षेत्र प्रदेश के दूसरे जिलों के लिए मानक बनेगा।मंत्री साहू ने कहा कि कृषि विज्ञान केंद्र कोरिया, उद्यानिकी और वन विभाग के संयुक्त प्रयास से तैयार होने वाले इस वन प्रदर्शन प्रक्षेत्र में फलोद्यान के साथ वनोपज और इमारती एवं जलाऊ लकड़ी के रूप में आय के नये स्त्रोत बनेंगे।
गृह मंत्री साहू वन प्रदर्शन प्रक्षेत्र से लगे गौठान पहुंचकर गौ पूजा की और प्रदेश की खुशहाली की कामना की। उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत बनाये गये ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र का फीता काटकर शुभारंभ भी किया।
उन्होंने गौठान में स्व सहायता समूहों द्वारा निर्मित वर्मी कम्पोस्ट खाद और कृषि विज्ञान केंद्र कोरिया के तत्वाधान में बनाये गये कृषक उत्पाद संगठन के स्टाल में जिले के किसानों द्वारा बनाये जा रहे मानक उत्पादों का अवलोकन किया। उन्होंने जैविक खेती से होने वाले फायदें के बारे में जानकारी दी और मौके पर उपस्थित पांच किसानों को वर्मी कम्पोस्ट का पैकेट प्रदान किया।
उन्होंने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान के स्टाल में स्व सहायता समूहों द्वारा बनाये जा रहे हस्तशिल्प तथा अन्य घरेलू उपयोग के उत्पादों का भी अवलोकन किया। उन्होंने स्व सहायता समूह की महिलाओं से चर्चा की और उनके द्वारा बनाये जा रहे उत्पादों और उससे होने वाली लाभ की जानकारी ली।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशानुरूप राज्य के प्रत्येक गौठान भविष्य में लघु एवं कुटीर उद्योग के केंद्र के रूप में विकसित होगा।
इस अवसर पर कलेक्टर कोरिया श्याम धावड़े, पुलिस अधीक्षक चंद्रमोहन सिंह, वनमंडलाधिकारी ईमो तेसो आओ और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री कुणाल दुदावत सहित बड़ी संख्या में अधिकारी-कर्मचारी एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
प्राकृतिक आपदा पीड़ितों को आर्थिक अनुदान सहायता देने 96.40 करोड़ रूपए आबंटित
राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा प्रदेश के विभिन्न जिलो में प्राकृतिक आपदा पीड़ितो को आर्थिक अनुदान सहायता उपलब्ध कराने के लिए चालू वित्तीय वर्ष में 96 करोड़ 40 लाख रूपए की राशि जिला कलेक्टरों को आबंटित की गई है।
राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा रायपुर, महासमुंद, धमतरी, कबीरधाम, दंतेवाड़ा, बिलासपुर, कोरबा, बीजापुर, गरियाबंद, बालोद, बेमेतरा और कोण्डागांव जिले के लिए प्राकृतिक आपदा पीड़ितो को अनुदान सहायता हेतु 3.25 करोड़-3.25 करोड़ रूपए की राशि का आबंटन किया गया है।
इसी तरह से राजनांदगांव, जांजगीर-चांपा, जशपुर और रायगढ़ के लिए 3.75 करोड़ रूपए-3.75 करोड़ रूपए की राशि आबंटित की गई है।
इसी तरह से दुर्ग के लिए 3 करोड़ 20 लाख रूपए, बस्तर के लिए 3 करोड़ 85 लाख रूपए, कांकेर के लिए 3 करोड़ 80 लाख रूपए, सरगुजा के लिए 4 करोड़ 50 लाख रूपए, कोरिया 3 करोड़ 30 लाख रूपए, नारायणपुर 3 करोड़ पांच लाख रूपए, बलौदाबाजार 3 करोड़ 50 लाख रूपए की राशि आबंटित की गई है।
इसी तरह से मुंगेली के लिए 3 करोड़ 15 लाख, सुकमा 3 करोड़ 15 लाख रूपए, बलरामपुर 3 करोड़ 85 लाख रूपए, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही के लिए 3 करोड़ 20 लाख और सूरजपुर 3 करोड़ 85 लाख रूपए, मुंगेली 3 करोड़ 15 लाख और कोण्डागांव के लिए 3 करोड़ 25 लाख रूपए आबंटित किये गए है।