खोंगापानी :- सेमरदर्री जंगल में मिले अधजले शव के मामले को मरवाही और झगराखण्ड पुलिस की संयुक्त टीम ने 24 घंटे के भीतर सुलझा लिया है और मामले का खुलासा करते हुए हत्या के आरोप में 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने रिटायर्ड कर्मचारी के रुपयों के लालच में उसके बेटे की हत्या की थी।
वहीं साक्ष्य छिपाने के लिए शव को जंगल में ले जाकर पेट्रोल डालकर आग के हवाले कर दिया था। पुलिस ने बताया कि मंगलवार को मरवाही पुलिस को सूचना मिली की सेमरदर्री के पहले सिंगार बहरा में सड़क किनारे जंगल में एक अधजला शव पड़ा हुआ है। सूचना मिलने पर थाना मरवाही की टीम ने अज्ञात शव के पहचान के लिए आसपास के ग्रामीणों से पहचान कराया, लेकिन पता नहीं चला। पुलिस ने डॉग स्क्वायड एवं फॉरेंसिक एक्सपर्ट की मदद भी ली। इस दौरान अधजले शव के कुछ दूर एक पानी का बोतल तनिष्क कंपनी का मिला, जिसमें से पेट्रोल की महक आ रही थी। पुलिस ने पता किया तो मालूम चला कि इस कंपनी के पानी का बोतल ज्यादातर बैकुंठपुर, चिरमिरी कोल माइंस एरिया में मिलती हैं।
जिसके बाद मृतक की मौके से खींचे गए फोटो जिले के सरहदी थाने राजनगर, खोंगापानी, झगराखांड, चिरमिरी आदि को भेजा गया। जिसके बाद युवक की पहचान हो पाई।
पुलिस ने घटना में प्रयुक्त कार, स्कूटी जब्त कर 4 आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के खिलाफ थाना मरवाही में हत्या, साक्ष्य को छिपाने एवं अन्य धाराओं के तहत अपराध कायम कर आरोपी ऋषि रैदास पुत्र सुग्रीव रैदास निवासी खोंगापानी, रविशंकर श्रीवास्तव पुत्र मोहनलाल श्रीवास्तव एवं संतोष चौधरी पुत्र देवशरण के अलावा काजल मन्ना पुत्र हरिपद निवासी कपिलधारा कॉलोनी थाना बिजुरी (मप्र) को गिरफ्तार किया है। आरोपी ऋषि रैदास से एक कार सीजी 16 सीएम 5277, आरोपी संतोष चौधरी से एक स्कूटी सीजी 16 सीजी 2239 एवं काजल मन्ना से मृतक का मोबाइल जब्त किया है।
अपहरण कर फिरौती मांगने का था प्लान
सभी आरोपियों को पता था कि मृतक के पिता का एसईसीएल से रिटायरमेंट हुआ है। जिससे ग्रेजुएटी एवं अन्य मद का बहुत रुपया मिला है। आरोपियों का प्लान था कि यदि मृतक का अपहरण कर फिरौती मांगी जाए तो उनको बहुत रुपया मिल सकता है। अपहरण की इस साजिश में आरोपी काजल मन्ना, रवि श्रीवास और ऋषि रैदास मृतक राघवेंद्र पटेल को काम के बहाने बिलासपुर चलना है कहकर अपने साथ कार में बैठा कर ले गए। चौथा आरोपी संतोष चौधरी स्कूटी से पीछे आया।
पहचान लेने के डर से गमछे से गला घोंटकर की हत्या
शहर से निकल कर सभी ने शराब पी। राघवेंद्र को जानबूझकर अधिक शराब पिलाई। इससे वह बेहोश हो गया। आरोपियों को लगा कि मृतक उनको पहचान चुका है और अपहरण करके छिपाने पर समस्या हो सकती है। इस डर से काजल मन्ना व ऋषि रैदास ने गमछे से गला दबाकर राघवेंद्र की हत्या कर दी।
साक्ष्य छिपाने शव पर पेट्रोल डालकर लगाई आग
आरोपियों ने शव को गाड़ी की डिक्की में छिपा दिया और आरोपी संतोष चौधरी अपनी स्कूटी से वापस झगड़ाखांड लौट गया। बाकी तीनों आरोपी शव को पोंड़ी-खड़गवां के रास्ते मरवाही के सेमरदर्री क्षेत्र में आए। रात में सुनसान जगह देखकर शव के ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगाकर वहां से भाग गए।