आगरा :- शांति का प्रतीक माना जाने वाला कबूतर भी क्या किसी की मौत का सबब बन सकता है। आपके कहेंगे नहीं, लेकिन आगरा में एक कबूतर के विवाद ने दो लोगों की जान ले ली। पहले एक 16 साल के किशोर ने अपनी जान दे दी। उसका शव जंगल में पेड़ पर फंदे से लटका शव मिला। किशोर की खुदकुशी के दाे दिन बाद रविवार की सुबह 22 साल के युवक की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। घर के पास बाड़े में पेड़ पर फंदे से युवक का शव लटका मिला। दोनों के स्वजन एक दूसरे को उनकी मौत का जिम्मेमदार बता रहे हैं। मामले में पुलिस की कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
इंस्पेक्टर सिकंदरा कमलेश सिंह ने बताया इलाके के गढ़ी बाईपुर के जंगल में शुक्रवार की देर शाम पेड़ पर फंदे से किशाेर का शव लटका मिला था। मरने वाले का नाम दुर्वेश उर्फ देवेंद्र था। उसकी उम्र 16 साल थी। वह 16 मई से लापता था। पुलिस की छाबनीन में पता चला था कि दुर्वेश उर्फ देवेंद्र ने गांव के ही रहने वाले पिलुआ के कबूतरों को इस्माइल को बेच दिया था। इसकी जानकारी होने पर पिलुआ ने अपने कबूतर इस्माइल से ले लिए। पिलुआ ने दुर्वेश इस घटना की शिकायत उसके पिता उसके पिता से करने की कहा था। दुर्वेश के स्वजन ने बताया कि वह 16 मई की शाम को घर से निकलने के बाद नहीं लौटा था। गांव की एक व्यक्ति 28 मई को जंगल में गया तो उसने पेड़ पर रस्सी के फंदे से दुर्वेश शव लटका देखा।
दुर्वेश के स्वजन उसकी मौत का जिम्मेदार पिलुआ को ठहरा रहे थे। हालांकि शनिवार को हुए पोस्टमार्टम के बाद दुर्वेश द्वारा खुदकुशी करने की पुष्टि हो गई। मामले की विवेचना की जा रही थी। इस बीच रविवार की सुबह पिलुआ का उसके घर के पास एक बाड़े में पेड़ पर रस्सी से लटका हुआ शव मिला। जानकारी होने पर पुलिस वहां पहुंच गई। पिलुआ के स्वजन ने पुलिस को बताया कि वह रात में किसी समय घर से निकल गया। अब पिलुआ के स्वजन उसकी मौत का जिम्मेदार दूसरे गुट के लोगों को ठहरा रहे हैं। उसकी हत्या का आरोप लगा रहे हैं। इंस्पेक्टर कमलेश सिंह ने बताया पिलुआ की मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर स्पष्ट हो सकेगा। उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी।