बनमाली यादव जशपुर/फरसाबहार:- कुदरत की ये कैसी विडंबना है कि मृत्यु की सईय्या पर मृतक को कभी 4 कंधों का नसीब ना हो ऐसा ही घटना आज कोरोना ने अपने को अपनों से दूर कर दिया है। इस कोरोना काल से पहले लोगों की किसी भी बीमारी से मृत्यु होने पर लाश को कंधा देने के लिए हजारों लोग मिल जाते थे, पर आज जब जशपुर जिला के फरसाबहार ब्लॉक के ग्राम पंचायत तुमला में कोरोना से एक 60 वर्षीय महिला की मृत्यु हो गई, तो कंधा देने के लिए 4 लोग भी नसीब नहीं हुए। किसी ने भी उनका मदद नहीं किए ना ही उनके पड़ोसी और ना ही उनके समाज वालों ने इस परिवार की मदद की।
आपको बता दें कि मृतक लाश को केवल 3 लोगों ने बड़ी मुश्किल से मृतक को श्मशान घाट तक लेकर आए मिली जानकारी के मुताबिक जब मृतक के बेटे द्वारा उसकी मां की तबीयत अचानक ज्यादा खराब हो गया तब उसने 108 को कई बार फोन किया पर 108 नहीं आया रात भर मृतक के घर वाले परेशान होते रहे ,और सुबह करीब 6:00 बजे फरसाबहार एसडीएम श्री चेतन साहू को सूचना दिया गया कि उसकी माता की तबीयत बहुत ही खराब है, उसका ऑक्सीजन लेवल 60 है और वह कोरोना पॉजिटिव है तब एसडीएम द्वारा एंबुलेंस खाली नहीं होने के बावजूद निजी वाहन का व्यवस्था कर तत्काल भिजवाए परंतु जैसे ही वहां पहुंचे और मृतक को हॉस्पिटल ले जाने के लिए तैयार हुए महिला की मृत्यु हो गई । इसके पश्चात एसडीएम द्वारा तत्काल मृतक की अंतिम संस्कार के लिए सारी व्यवस्था किया गया दूसरी तरफ ग्राम पंचायत के सचिव मोहन पात्रा और स्वास्थ्य विभाग द्वारा पीपी की लकड़ी आदि व्यवस्था कर महिला की अंतिम संस्कार की प्रक्रिया को पूरा किया गया