अम्बिकापुर :- एक ओर जहां कोरोना वायरस अपना विकराल रूप धारण कर चुका है जिसने हर तरफ कोहराम मचा रखा है,वहीं दूसरी ओर कुछ लोग लापरवाही करके सबकी जिंदगी खतरे में डाल रहे हैं। ऐसी ही एक लापरवाही चठिरमा के व्यापारी मेडिकल स्टोर मे देखने को मिल रही है। आपको बता दें कि व्यापारी मेडिकल द्वारा अपने मेडिकल के साथ अवैध रूप से अस्पताल का संचालन भी किया जा रहा था जिसे तीन दिन पूर्व एसडीएम द्वारा सील कर दिया गया लेकिन फिर भी मेडिकल स्टोर द्वारा अपने कार्यशैली मे कोई सुधार नहीं लाया गया है। मेडिकल स्टोर के लापरवाही का आलम ये है कि मेडिकल स्टोर का संचालन एक झोलाछाप डॉक्टर अजीत व्यापारी द्वारा किया जा रहा है जबकि उनके पास मेडिकल स्टोर चलाने का कोई वैध सर्टिफिकेट भी नहीं है। यहां तक कि उनके मेडिकल स्टोर के बाहर हर वक्त 30 से 40 लोग इकट्ठे रहते हैं जिनके द्वारा कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाई जा रही है।
एसडीएम की कार्यवाही पर भी उठते प्रश्न चिन्ह :-
तीन दिन पूर्व एसडीएम द्वारा मेडिकल स्टोर में छापामार कार्यवाही की गई थी लेकिन उनकी कार्यवाही भी उन्हे सवाल के घेरे में लाती है। एसडीएम द्वारा मेडिकल स्टोर के साथ चलाए जा रहे अस्पताल को तो सील कर दिया गया लेकिन मेडिकल स्टोर को सील नहीं किया गया जबकि मेडिकल स्टोर पूर्णतः फर्जी तरीके से चलाया जा रहा है। मेडिकल स्टोर जिस व्यक्ति के नाम पर रसिस्टर्ड है उसको पारिवारिक विवाद के चलते मेडिकल स्टोर मे आने तक कि अनुमति नहीं है, यहां तक कि मेडिकल स्टोर जिस फार्मासिस्ट के नाम से चलाया जा रहा है वह भी मेडिकल स्टोर मे नहीं आता है। वह दूसरे मेडिकल स्टोर मे काम करता है। मेडिकल स्टोर को अजीत व्यापारी द्वारा गैर कानूनी रूप से संचालित किया जा रहा है। एसडीएम की कार्यवाही में मेडिकल स्टोर के प्रोपराइटर संजीत व्यापारी को मामले की ना तो सूचना दी गई ना ही उन्हें बुलाया गया था। कार्यवाही के वक्त मेडिकल स्टोर के फार्मासिस्ट भी उपस्थित नहीं था जबकि नियम के हिसाब से जिस फार्मासिस्ट के सर्टिफिकेट से मेडिकल स्टोर चलाया जाता है उसे है मेडिकल स्टोर का संचालन करना होता है। इस पर भी एसडीएम शाहब द्वारा ध्यान नहीं दिया गया।
एसडीएम को नहीं लाइसेंस की जानकारी :-
जब इस मामले में हमारे संवाददाता की बात एसडीएम से हुई तो एसडीएम द्वारा बताया गया कि मेडिकल स्टोर संचालक द्वारा प्रस्तुत लाइसेंस उनके समझ में नहीं आया और उन्होंने ड्रग ऑफिसर को डॉक्युमेंट्स चेक करके आगे की कार्यवाही करने के आदेश दे दिए थे।
प्रोपराइटर ने भी माना मेडिकल स्टोर में हो रही है धांधली
मेडिकल स्टोर के प्रोपराइटर संजीत व्यापारी से हुई बातचीत में उन्होंने अपने मेडिकल स्टोर में हो रहे धांधली को स्वीकार किया और उन्होंने बताया कि पारिवारिक विवाद के चलते उन्हें उनके भैया और भाभी द्वारा मेडिकल स्टोर में घुसने की इजाजत तक नहीं दी जा रही है, उनके नाम का केवल इस्तेमाल किया जा रहा हैं । यहां तक की मेडिकल स्टोर में जिस फार्मासिस्ट का सर्टिफिकेट इस्तेमाल किया जा रहा है उसके साथ भी बदसलूकी संजीत व्यापारी के भैया अजीत व्यापारी और भाभी दुर्गा व्यापारी द्वारा किया जाता है जिसके चलते फार्मासिस्ट भी मेडिकल स्टोर में नहीं बैठता है।
लोगो कि जान से हो रहा खिलवाड़
व्यापारी मेडिकल के तथाकथित संचालक अजीत व्यापारी द्वारा लोगो की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। दूर दूर से मरीज उनके पास जिनका इलाज वह स्वयं करते है।
ऐसे ऐसे झोलाछाप डॉक्टर कहते हैं खुद को जनसेवक…कर रहे हैं हम जनता का उद्धार…ऐसे ऐसे झोलाछाप डॉक्टरों के इलाज से हो सकता है जनता का बंटा धार….