पति की मृत्यु के बाद अनुकंपा नियुक्ति के नाम पर रुपयों की ठगी एवं शारीरिक शोषण का प्रयास,,, आईजी तक शिकायत के बाद भी नहीं मिल पा रहा महिला को न्याय…

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बैकुंठपुर :- 11 वर्ष पूर्व कॉलरीकर्मी की मृत्यु के बाद आज तक पत्नी को ना तो अनुकंपा नियुक्ति मिल पाई है और ना ही बकाया पैसे बल्कि नौकरी लगवाने व बकाया पैसे दिलवाने के नाम पर बेसहारा विधवा महिला से ₹480000 की ठगी की गई। ना केवल महिला से पैसों की ठगी की गई बल्कि महिला के साथ अश्लील हरकत भी की गई। महिला के विरोध किए जाने पर उसे जान से मारने की धमकी भी दी गई। डर के कारण महिला अपने बच्चों को लेकर दर-दर भटकने को मजबूर हो गई है। महिला ने मामले की शिकायत पूर्व आईजी रतनलाल डांगी से भी की थी जिसके बाद आई जी द्वारा एसपी कोरिया को कार्यवाही के आदेश दिए गए थे लेकिन चर्चा थाना टीआई द्वारा मामले में कोई भी कार्यवाही नहीं की गई। महिला द्वारा पुनः मामले की शिकायत संभाग के वर्तमान आईजी आर पी साय से कि गई हैं।
दरअसल मामला चर्चा कॉलरी सुभाष नगर बैकुंठपुर जिला कोरिया का है जहां रंजीता नाम की महिला के पति स्वर्गीय राम कुमार की मृत्यु 21 10 2009 को नौकरी के दरमियान हो गई थी। जिसके बाद महिला द्वारा अनुकंपा नियुक्ति हेतु आवेदन देकर जीएम ऑफिस बैकुंठपुर में जाने लगी जिसके बाद वहां के जयसवाल बाबू द्वारा महिला के घर आकर नौकरी व बकाया पैसा दिलवाने के नाम पर 1 लाख रुपयों की मांग की है महिला द्वारा किसी तरह पैसे जुगाड़ कर जयसवाल बाबू को पैसे दे दिए गए लेकिन पैसे लेने के बाद भी जयसवाल बाबू महिला को डालने लगा। कुछ दिन बाद चल चर्चा कॉलरी के बड़ा बाबू रमाकांत शुक्ला ने नौकरी व बकाया पैसों को दिलवाने के नाम पर महिला ₹80000 महिला से लिए।
इस तरह से महिला जीएम ऑफिस बैकुंठपुर में नौकरी की आस लिए भटकते रही। इस तरह से कई वर्ष बीत गए पर महिला को ना तो नौकरी मिली और ना ही बकाया पैसा ऐसे में विधवा महिला रोजी मजदूरी कर बच्चों का पालन पोषण करने लगी।
इसके बाद अप्रैल 2020 में जीएम ऑफिस चिरमिरी के कैलाश दास एवं वासु नाम के दो व्यक्ति महिला के घर आते हैं और अपने आप को अकाउंट ऑफिस का बड़ा बाबू बताते हैं और नौकरी लगवाने की बात बोलते हैं। कुछ दिन बाद रात को कैलाश दास, बासु अपने एक अन्य दोस्त भौमिक के साथ नशे की हालत में महिला के घर पहुंचते हैं और महिला के साथ छेड़खानी करने लगते हैं पर महिला के चिल्लाने पर तीनों वहां से भाग जाते हैं।
कुछ दिन बाद वे पुनः महिला के घर आते हैं और छेड़खानी वाली बात किसी को ना बताने तथा नौकरी वह बकाया पैसा दिलवाने की बात कहकर चार लाख की मांग करते हैं। महिला द्वारा नौकरी की आस से जमीन बेचकर वह अपने परिचितों से उधार लेकर ₹300000 का इंतजाम किया जाता है जिसके बाद महिला को पैसे लेकर जीएम ऑफिस बुलाया जाता है जहां ए. एम. एफ. सिन्हा से महिला की मुलाकात कराई जाती है। सिन्हा द्वारा महिला से पैसों के बारे में पूछा जाता है और कैलाश दास को महिला से पैसे लेने को कहा जाता है। कैलाश दास द्वारा महिला से पैसे लेकर एएमएफ सिन्हा के टेबल पर रख दिया जाता है और महिला को वापस भेज दिया जाता है। कुछ दिनों बाद कोई कार्यवाही ना होने पर महिला द्वारा सिन्हा से मुलाकात की कोशिश की जाती है तो सिन्हा द्वारा महिला को शारीरिक संबंध बनाने के लिए बोला जाता है और साथ ही सिन्हा महिला का हाथ पकड़कर बदतमीजी करने लगता है महिला के विरोध पर सिन्हा द्वारा उसे धमकाया जाता है।
इसके बाद जब महिला वहां से भागकर पोड़ी थाना रिपोर्ट दर्ज कराने जाने लगती है तो चार-पांच लोग आकर महिला को रिपोर्ट ना लिखवाने की बात बोलते हैं और शिकायत किए जाने पर बलात्कार और जान से मार कर फेंकने की धमकी देते हैं। महिला को शिकायत किए जाने पर पुलिस के साथ मिलकर झूठे मामले में फंसाने की भी धमकी दी जाती है।
जिसके बाद महिला द्वारा मामले कि शिकायत आईजी रतनलाल डांगी से कि जाती है जिसके बाद आईजी द्वारा एसपी कोरिया को कार्यवाही के आदेश दिए गए ।एसपी द्वारा महिला को चर्चा थाना भेजा गया। जिसके बाद चर्चा थाना टीआई सौरभ कुमार द्विवेदी महिला को लेकर चिरमिरी पहचान के लिए जाता है जहां महिला द्वारा सिन्हा, बासु, कैलाश दास और भौमिक की पहचान की जाती है। जिसके बाद टी आई द्वारा महिला से सादे कागजों पर हस्ताक्षर करवाया जाता है और महिला को वापस भेज दिया जाता है। कुछ दिन बाद जब महिला मामले के बारे में पता करने जाती है तो टीआई द्वारा पहचान करवाएं जाने की बात से भी साफ इनकार कर दिया जाता है। महिला न्याय की आस लेकर एसपी के पास जाती है लेकिन वहां से भी उसे खाली हाथ भेज दिया जाता है।
महिला ने पुलिस कर्मियों पर रिश्वत लेकर मामले को दबाने का आरोप लगाया है, साथ ही महिला द्वारा कॉलरी कर्मियों द्वारा उसको या उसके बच्चो को हानि पहुचाये जाने की आशंका व्यक्त की है। महिला को पहले ही जान से मारने की धमकी दी जा चुकी है जिसके कारण महिला काफी डरी हुई और मानसिक रूप से परेशान है।
महिला द्वारा मामले की शिकायत वर्तमान आईजी आरपी साय से की गई है। देखने कि बात तो यह है कि क्या महिला को न्याय मिलता है?? या अपराधियों के उपर क्या कार्यवाही होती है..??

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