जगदलपुर में बाघ की खाल के साथ 5 पुलिसकर्मी, 2 स्वास्थ्य कर्मी और एक आम नागरिक को वन विभाग और स्थानीय पुलिस की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। बाघ की खाल दंतेवाड़ा जिले से जगदलपुर के रास्ते रायपुर भेजा जा रहा था।गुपचर की सूचना के अनुसार टीम को सफलता मिली
मिली जानकारी के अनुसार इन तस्करों को शुक्रवार की सुबह 3 बजे जगदलपुर शहर में गिरफ्तार किया गया है। एक आरोपी अभी भी फरार है। बीजापुर जिले और दंतेवाड़ा जिले में पदस्थ 6 पुलिसकर्मी, 2 स्वास्थ्यकर्मी और एक सिविलियन की मदद से बिचौलिए गांव के अंदर गाय थे। बिचौलिए गांव से बाघ की खाल को गाड़ी से लेकर जगदलपुर के रास्ते रवाना हो गय।
गुप्तचर कि सूचना के आधार पर गाड़ी रोक कर ली गई तलाशी
वन विभाग को जानकारी मिली थी की कुछ लोग . खाल तस्करों को पकड़ने जाल बिछाया गया. तड़के सुबह 3 बजे जैसे ही आरोपी बाघ के खाल की तस्करी कर रहे हैं,जिससे वन भी की टीम पहले से ही तैनात थी. वन विभाग और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम ने गाड़ी रोक कर तलाशी ली जिसपर गाड़ी की डिग्गी से बाघ की खाल बरामद हुई।
एक पुलिसकर्मी अब भी फरार
गौरतलब है की पुलिस की ये कर्मचारी अपने वर्दी को कलंकित करने के साथ साथ पूरे विभाग में भी कीचड़ उछाल गए।ऐसे भ्रष्ट लोगों के चलते ही पुलिस की छवि बदनाम है जो कभी भी साफ नही हो पाती क्योंकि पुलिस की वर्दी पहने के बाद ऐसे चोर बदमाशों के हौसले सातवे आसमान पे होते है,इन पुलिस के भेस में चोरों के ये लगता है की वर्दी पहने के बाद इनसे बड़ा कोई और है ही नही। खैर देखना है की पुलिस अपने फरार पुलिसकर्मी पर कब तक मेहरबान रहती है और पुलिस वाला होने के चलते उसे कब तक गिरफ्तार कर पाएगी।