रायपुर प्रदेश के दिग्गज आदिवासी कैबिनेट मंत्री अमरजीत के बेटे पर गंभीर आरोप लगाया गया है। आरोप है कि मंत्री भगत के बेटे ने अति पिछड़ी कोरवा जनजाति, जिन्हें राष्ट्रपति का दत्तक पुत्र और देश की संरक्षित जनजाति माना गया है की जमीनों को गलत तरीके से खरीद लिया है। सामने आई जानकारी के मुताबिक मामला 25 एकड़ जमीन का है। इस मामले में मंत्री भगत को सफाई भी देनी पड़ रही है, लेकिन मामला तूल पकड़ चुका है। भाजपा ने इस मामले की जांच के लिए 6 सदस्यीय कमेटी का गठन किया है।
जो बातें अब तक सामने आई है, उसके मुताबिक मंत्री अमरजीत भगत के बेटे न्यायधीश भी हैं। उन पर यह आरोप लगाया जा रहा है कि उन्होंने पद का दुरुपयोग करते हुए कोरवा जनजाति के लोगों की 25 एकड़ जमीन धोखे से अपने नाम करा ली है। चूंकि मामला कोरवा जनजाति से संबंधित है, इस वजह से यह मामला ज्यादा ही गंभीर हो गया है।
इस गंभीर मसले की जानकारी मिलने के बाद भाजपा प्रदेशाध्यक्ष और आदिवासी नेता विष्णुदेव साय ने भाजपा के 6 सदस्यों की एक कमेटी का गठन किया है। यह कमेटी मामले की गंभीरता से जांच करेगी और वास्तविकता से भाजपाध्यक्ष को अवगत कराएगी, जिसे केंद्र सरकार को उपलब्ध कराया जाएगा और राष्ट्रपति को सौंपा जाएगा।
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