भोपाल:- मध्यप्रदेश के सीधी में यात्रियों से भरी बस के नहर में गिरने के मामले में अब तक 42 यात्रियों का शव बरामद कर लिया गया है। वहीं हादसे के बाद 7 लोगों की जान बचा ली गई है। हादसे के बाद सीएम शिवराज सिंह ने गृह प्रवेश समेत अपने सभी कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया है। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। जानकारी के मुताबिक यात्रियों से खचाखच भरी बस सीधी से सतना जा रही थी। इसी दौरान बस पुलिया से सीधे नहर में जा गिरी। दुर्घटना के बाद बस ड्रायवर तैर कर बाहर निकल आया, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। घटना की जानकारी मिलते ही एसडीआरएफ और गोताखोंरों की टीम ने बचाव कार्य शुरु कर दिया था।
दुर्घटनाग्रस्त बस बत्तीस प्लस दो सीटर थी। बस को अपने तय समय पर सुबह पांच बजे रवाना होना था लेकिन ये सुबह तीन बजे रवाना हो गयी थी। इसके आने का रास्ता भी दूसरा है। लेकिन आगे ट्रैफिक जाम होने के कारण ड्राइवर ने अचानक रास्ता बदल दिया और 7 किमी नये रूट पर बस ले गया। उसी दौरान रास्ते में ये हादसा हो गया। बस के नहर में गिरते ही ड्राइवर बालेंद विश्वकर्मा ने तैरकर अपनी जान बचा ली। वो रीवा जिले के हरदुया सेमरिया गांव का रहने वाला है। क्रिकेट मैच और रेलवे की परीक्षा की वजह से बस में ज़्यादातर स्टूडेंट्स सवार थे।
हादसे का शिकार हुई बस क्रमांक MP 19P 1882 का परमिट रद्द कर दिया गया है। ये बस जबलानाथ परिहार ट्रेवल्स की थी। बस के मालिक कमलेश्वर सिंह हैं। प्रदेश के परिवहन मंत्री गोविंद राजपूत ने बताया कि बस का परमिट रद्द कर ट्रांसपोर्ट कमिश्नर को इस हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। जांच में जो भी दोषी होगा छोड़ा नहीं जाएगा। डिप्टी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर को घटनास्थल पर भेजा गया है।