जैतून के तेल में छिपे हैं सेहत के कई राज…आप भी जानकर हो जाएंगे हैरान…

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ऑलिव ऑयल या जैतून का तेल स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है। जैतून के तेल के फायदे को लेकर हाल के कुछ सालों में कई शोध किये गए और उनमें ऑलिव ऑयल को सेहत के लिए काफी गुणकारी बताया गया है। यह दिल से जुड़ी बीमारियों के खतरे को कम करने के साथ साथ त्वचा और बालों के लिए भी काफी लाभकारी है। ऑलिव ऑयल जैतून के फलों से बनाया जाता है और बाकी अन्य तेलों की तुलना में इसकी कीमत काफी ज्यादा होती है।
अभी तक अपने देश में खाना पकाने के लिए सरसों के तेल का इस्तेमाल सबसे ज्यादा होता था लेकिन हाल के कुछ सालों से ऑलिव ऑयल के फायदों को देखते हुए अब कई लोग खाना पकाने और त्वचा के लिए ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल करने लगे हैं। खासतौर पर दिल की बीमारियों से और डायबिटीज से पीड़ित मरीजों की यह पहली पसंद है।  इसके अलावा बच्चों की मालिश के लिए जैतून का तेल का प्रयोग करना बहुत प्रचलित है और कई डॉक्टर भी इसी तेल से बच्चों की मालिश की सलाह देते हैं। यह हड्डियों की मजबूती बनाये रखता है और इससे बच्चों की त्वचा मुलायम रहती है।

कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद :-
ऑलिव ऑयल में लगभग 70% मोनोसैचुरेटेड फैटी एसिड पाया जाता है जो रक्त में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित रखने में मदद करते हैं। आयुर्वेद के अनुसार जैतून का तेल शरीर के मेटाबोलिज्म को बढ़ाकर कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित रखता है। इसलिए कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखने के लिए आप ऑलिव ऑयल का सेवन कर सकते हैं।

सेवन विधि : रोजाना के खाने में सरसों के तेल की बजाय रिफाइंड ऑलिव ऑयल का उपयोग करें।

डिप्रेशन से आराम :-
एक रिसर्च के अनुसार ऑलिव ऑयल शरीर में सेरोटोनिन का स्तर बढ़ाती है। सेरोटोनिन मस्तिष्क में पाया जाने वाला एक रासायनिक तत्व है जो डिप्रेशन में लड़ने में मदद करता है। आयुर्वेद में डिप्रेशन की मुख्य वजह शरीर का वात का असंतुलन बताया गया है। जैतून का तेल वात को कम करता है और डिप्रेशन से आराम दिलाता है।

कैंसर से बचाव :-
जैतून का तेल शरीर में कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है। शोध में यह पाया गया कि ऑलिव ऑयल में मौजूद हाइड्रोजेट्रोसोल  कैंसर कोशिकाओं को नष्ट कर देती है। इसके अलावा ऑलिव ऑयल में ओलियोरोपिन पाया जाता है जिसमें एंटीट्यूमर गुण होते हैं और यह भी कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकती है।

हाइपरटेंशन :-
एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल में मौजूद पालीफेनोल शरीर के ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में मदद करता है।जैतून का तेल कैल्शियम चैनल ब्लॉकर की तरह काम करता है और हाइपरटेंशन के खतरे को कम करता है। अगर आप भी हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से पीड़ित हैं तो जैतून के तेल का सेवन आपके लिए लाभकारी हो सकता है।

सेवन विधि :  रोजाना के खानपान में ऑलिव ऑयल का प्रयोग करें।

पाचन में सुधार :-
जैतून का तेल पाचन तंत्र के लिए भी बहुत उपयोगी है। इसके नियमित सेवन से कब्ज़ आदि समस्याओं से आराम मिलता है। आयुर्वेद के मुताबिक जैतून का तेल पेट की पाचक अग्नि को बढ़ाती है और आंतों को मजबूती प्रदान करती है जिससे पचे हुए खाने का अवशोषण और बाहर निकालने की प्रक्रिया आसान होती है। इसके अलावा यह कब्ज़ की समस्या से भी आराम दिलाती है। इस तरह ऑलिव ऑयल पूरे पाचन तंत्र को दुरुस्त रखती है।

सेवन विधि : रात में सोने से पहले 30ml ऑलिव ऑयल को गुनगुने पानी के साथ लें।

माइग्रेन के सिरदर्द से आराम :-
ऐसा पाया गया है कि लगभग दो महीनों तक लगातार रोजाना ऑलिव ऑयल की कुछ मात्रा का सेवन करने से माइग्रेन में होने वाले सिरदर्द से आराम मिलता है। हालांकि इसकी पुष्टि के लिए अभी इस विषय पर और शोध चल रहे हैं।  

उपयोग विधि : सिर में दर्द होने पर जैतून के तेल से सिर की मालिश करें।

त्वचा के लिए फायदेमंद:-
जैतून के तेल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन ई त्वचा के लिए बहुत गुणकारी हैं। इसे त्वचा पर लगाने से त्वचा की चमक बढ़ जाती है। यह खासतौर पर चेहरे की झुर्रियों और निशानों को भी कम करती है जिससे बढ़ती उम्र का असर कम पता चलता है।

उपयोग विधि : त्वचा के निखार के लिए रोजाना रात में सोते समय त्वचा पर जैतून का तेल लगाएं या हल्के हाथों से इस तेल से मसाज करें। फिगारो ऑलिव ऑयल त्वचा की मालिश के लिए सबसे उपयुक्त ब्रांड माना जाता है।  

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