समरेश प्रजापति
जिले के रामानुजनगर विकासखंड में अवैध तरीके के बालू और गिट्टी के अवैध उत्खनन का काम बहुत जोरो से चल रहा है।रोजाना सैकड़ो गाड़ी बालू और गिट्टी यहां से ले जाकर तस्कर माला- माल हो रहे है लेकिन इन पर किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नही किया जा रहा है जिससे जिम्मेदार अधिकारियों पर बड़ा सवाल उठता है। रामानुजनगर के मकरबंधा, तिवरागुड़ी ग्राम पंचायत से जहां रोजाना सत्तर से अस्सी ट्रेक्टर गिट्टी पड़ोसी जिला कोरिया के क्रेसर में तो तीस से चालीस ट्रक गिट्टी देवनगर,पस्ता,साल्ही आमगांव के क्रेसर में खपाया जा रहा है। यही हाल बालू का भी है जिसे रोज ट्रेक्टर के माध्यम से परिवहन किया जा रहा है । जिससे शाशन को लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है लेकिन जिम्मेदार अधिकारी जिन्हें इस प्रकार के अवैध कारोबार को रोकने की जिम्मेदारी है वो सभी लोग आंख बंद कर के बैठे है अब ये लोग ऐसा क्यों कर रहे है आसानी से समझा जा सकता है।गिट्टी और बालू के अवैध परिवहन और इस्तेमाल करने की आजादी किस शर्त के आधार पर इन लोगो को दिया गया है यह जगजाहिर है।जिस प्रकार से दिनदहाड़े ये लोग मुख्य सड़क से खुलेआम परिवहन का काम कर रहे है वो बिना अधिकारियों के सहमति के बिना संभव नही है। अभी तक तो जैसा चला ठीक है लेकिन क्या अब जिले के नवपदस्थ कलेक्टर के आने के बाद अधिकारी अपनी आंख बंद किए ही रहते है या कोई सुधार होता है खबर के बाद देखने वाली बात होगी ।बहरहाल आज खनिज विभाग के अधिकारियों से इस मामले में संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उनसे संपर्क नही हो सका है।अब देखना होगा कि इसमें आगे क्या कार्यवाही होता है।