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🚩🌞 सुप्रभातम् 🌞🚩
📜««« आज का पञ्चांग »»»📜
कलियुगाब्द………………………5122
विक्रम संवत्……………………..2077
शक संवत्………………………..1942
मास……………………………….अश्विन
पक्ष………………………………..शुक्ल
तिथी………………………………अष्टमी
प्रातः 06.59 पर्यंत पश्चात नवमी
रवि…………………………दक्षिणायन
सूर्योदय…………प्रातः 06.27.37 पर
सूर्यास्त…………संध्या 05.54.11 पर
सूर्य राशि………………………….तुला
चन्द्र राशि………………………..मकर
गुरु राशी…………………………..धनु
नक्षत्र……………………………श्रवण
रात्रि 02.31 पर्यंत पश्चात धनिष्ठा
योग……………………………….शूल
रात्रि 12.39 पर्यंत पश्चात गंड
करण……………………………….बव
प्रातः 06.59 पर्यंत पश्चात बालव
ऋतु……………………………….शरद
दिन……………………………शनिवार
आंग्ल मतानुसार :-
24 अक्तूबर सन 2020 ईस्वी ।
⚜ तिथि विशेष :
दुर्गाअष्टमी, महाअष्टमी |
🔱 माता पूजन (कुलदेवी पूजन) :-
अष्टम महागौरी पूजन (आठवां दिवस) :-
महागौरी : मां दुर्गा का अष्टम स्वरूप :-
शंख और चन्द्र के समान अत्यंत श्वेत वर्ण धारी “माँ महागौरी” माँ दुर्गा का आठवां स्वरुप हैं। भगवान शिव को पाने के लिए किये गए अपने कठोर तप के कारण माँ पार्वती का रंग काला और शरीर क्षीण हो गया था, तपस्या से प्रसन्न होकर जब भगवान शिव ने माँ पार्वती का शरीर गंगाजल से धोया तो वह विद्युत प्रभा के समान गौर हो गया। इसी कारण माँ को “महागौरी” के नाम से पूजते हैं। महागौरी की चार भुजाएं हैं जिनमें से दो अभयमुद्रा और वरमुद्रा में हैं तथा दो में त्रिशूल और डमरू धारण किया हुआ है। अपने सभी रूपों में से महागौरी, माँ दुर्गा का सबसे शांत रूप है। अष्टमी के दिन कन्या पूजन का भी विधान है।
☸ शुभ अंक………………………6
🔯 शुभ रंग………………………हरा
⚜ *अभिजीत मुहूर्त :-*
दोप 11.48 से 12.33 तक ।
👁🗨 *राहुकाल :-*
प्रात: 09.20 से 10.45 तक ।
🌞 उदय लग्न मुहूर्त –
*तुला*
05:58:42 08:18:35
*वृश्चिक*
08:18:35 10:37:32
*धनु*
10:37:32 12:41:54
*मकर*
12:41:54 14:24:30
*कुम्भ*
14:24:30 15:52:12
*मीन*
15:52:12 17:17:23
*मेष*
17:17:23 18:52:51
*वृषभ*
18:52:51 20:48:42
*मिथुन*
20:48:42 23:03:40
*कर्क*
23:03:40 25:24:22
*सिंह*
25:24:22 27:42:03
*कन्या*
27:42:03 29:58:42
🚦 दिशाशूल :-
पूर्वदिशा – यदि आवश्यक हो तो अदरक या उड़द का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें ।
✡ चौघडिया :-
प्रात: 07.53 से 09.19 तक शुभ
दोप. 12.11 से 01.37 तक चर
दोप. 01.37 से 03.03 तक लाभ
दोप. 03.03 से 04.29 तक अमृत
संध्या 05.55 से 07.29 तक लाभ
रात्रि 09.03 से 10.37 तक शुभ ।
📿 आज का मंत्र :-
॥ ॐ महागौर्ये नम: ॥
*॥ ध्यान मंत्र ॥*
सर्वसंकट हंत्री त्वंहि धन ऐश्वर्य प्रदायनीम्।
ज्ञानदा चतुर्वेदमयी महागौरी प्रणमाभ्यहम्॥
सुख शान्तिदात्री धन धान्य प्रदीयनीम्।
डमरूवाद्य प्रिया अद्या महागौरी प्रणमाभ्यहम्॥
📢 संस्कृत सुभाषितानि –
स्त्रीणां हि साहचर्याध्द्ववति चेतांसि भर्तृसदृशानि ।
मधुरापि हि मूर्च्छयेत् विपविटपिसमाश्रिता वल्ली ॥
अर्थात :-
साहचर्य के कारण स्त्री का अन्तःकरण पति के जैसा बनता है; जिस प्रकार लता मधुर होते हुए भी विषवृक्ष को लिपटे रहने से विषैली बन जाती है ।
🍃 आरोग्यं सलाह :-
अष्टम महागौरी (तुलसी) –
दुर्गा का अष्टम रूप *महागौरी* है। जिसे प्रत्येक व्यक्ति औषधि के रूप में जानता है क्योंकि इसका औषधि नाम तुलसी है जो प्रत्येक घर में लगाई जाती है। तुलसी सात प्रकार की होती है। सफेद तुलसी, काली तुलसी, मरुता, दवना, कुढेरक, अर्जक, षटपत्र। ये सभी प्रकार की तुलसी रक्त को साफ करती है। रक्त शोधक है एवं हृदय रोग का नाश करती है।
तुलसी सुरसा ग्राम्या सुलभा बहुमंजरी।
अपेतराक्षसी महागौरी शूलघ्नी देवदुन्दुभि:
तुलसी कटुका तिक्ता हुध उष्णाहाहपित्तकृत् ।
मरुदनिप्रदो हध तीक्षणाष्ण: पित्तलो लघु:।
इस देवी की आराधना हर सामान्य एवं रोगी व्यक्ति को करना चाहिए।
तुलसी के गुणकारी घरेलू नुस्खे :-
– जुकाम, हरारत, फ्लू व मौसमी बुखार में तुलसी, काली मिर्च व मिश्री मिलाकर पानी में पकाकर, अथवा तीनों को पीसकर गोलियाँ बना दिन में तीन-चार बार लेने से लाभ होता है।
– खाँसी में तुलसी की पत्तियों व अदरक को पीसकर शहद के साथ चाटने से लाभ पहुँचता है।
– दस्त लगने पर तुलसी के 10 पत्तों को एक माशा जीरे में पीसकर दिन में 3-4 बार चाटने से दस्त बंद हो जाते हैं।
– मुख की दुर्गंध दूर करने के लिए दिन में दो बार तुलसी के 4-5 पत्ते चबाएँ।
– घाव शीघ्र ठीक करने के लिए तुलसी पत्र व फिटकरी खूब बारीक पीसकर घाव पर छिड़कें।
⚜ आज का राशिफल :-
🐏 राशि फलादेश मेष :-
(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)
कारोबार कामकाज अनुकूल लाभ देंगे । शारीरिक कष्ट संभव है । किसी अनहोनी की आशंका बनी रहेगी । व्यवसायिक यात्रा सफल रहेगी । लाभ के अवसर हाथ आ सकते हैं । बकाया वसूली के प्रयास सफल होंगे । सेहत का ध्यान रखें । आराम के साधन प्राप्त हो सकते हैं ।
🐂 राशि फलादेश वृष :-
(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
नई योजनाओं पर कार्य कर सकेंगे । कार्यप्रणाली में सुधार होगा । समाज कार्यों में कार्य करने की प्रेरणा मिलेगी । मान सम्मान बढ़ेगा । कारोबार को लेकर नए अनुबंध हो सकते हैं । मान सम्मान मिलेगा । दुष्ट जनों से दूरी बनाए रखें । निवेश में विवेक का उपयोग करें । नौकरी में भी नए कार्य कर पाएंगे । कोई पुराना रोग परेशान करेगा ।
👫🏻 राशि फलादेश मिथुन :-
(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)
शारीरिक थकान हो सकती है । धर्म-कर्म के कार्यों में रुचि बढ़ेगी । किसी धार्मिक आयोजन में भाग लेने का अवसर प्राप्त हो सकता है । सफलता प्राप्त हो सकती है । व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेंगे । लेन-देन में सावधानी बरतने की आवश्यकता है । नौकरी में जिम्मेदारी बढ़ सकती है ।
🦀 राशि फलादेश कर्क :-
(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
किसी अपने ही व्यक्ति से विवाद की स्थिति निर्मित हो सकती है । अपनी कीमती वस्तुओं को संभाल कर रखें । व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा परंतु प्रतिद्वंद्विता में वृद्धि होगी । आय बनी रहेगी । शारीरिक हानि एवं कष्ट की संभावनाएं हैं । पुरानी व्याधि पर खर्च करना पड़ेगा ।
🦁 राशि फलादेश सिंह :-
(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
किसी शारीरिक समस्या से परेशान हो सकते हैं । कचहरी के कार्यों में अनुकूलता आएगी । वैवाहिक प्रस्ताव आ सकते हैं । लाभ के अवसर भी बढ़ेंगे । प्रमाद ना करें तो धन प्राप्ति सुगम होगी । शत्रुता बढ़ सकती है अतः वाणी में नियंत्रण रखें ।
🙎🏻♀️ राशि फलादेश कन्या :-
(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
रोजगार प्राप्ति के प्रयासों में सफलता मिलेगी । शेयर मार्केट से अनुकूल लाभ प्राप्त हो सकता है परंतु जल्दी बाजी ना करें । स्थाई संपत्ति में अभिवृद्धि के योग हैं । नए कारोबार या बड़ा सौदा बड़ा लाभ देगा । परिवार के किसी छोटे सदस्य के अध्ययन के संबंध में चिंता रह सकती है ।
⚖ राशि फलादेश तुला :-
(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
लेखन व पठन-पाठन में समय व्यतीत करें । शारीरिक कष्ट की संभावनाएं हैं । चोट व रोग से बचे । किसी मनोरंजक यात्रा का भी योग है । किसी प्रभावशाली व्यक्ति से सहयोग मिल सकता है । आराम के साधनों पर खर्च हो सकता है । स्वादिष्ट भोजन का आनंद प्राप्त होगा । सफलता प्राप्त करेंगे ।
🦂 राशि फलादेश वृश्चिक :-
(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
किसी व्यक्ति से विवाद संभव है अतः वाणी पर नियंत्रण रखें । दुखद समाचार प्राप्त हो सकता है । चिंता व तनाव रहेगा । कोई पुराना रोग परेशानी का कारण बन सकता है जिससे क्लेश रहेगा । मन में दुविधा रहेगी । जल्दबाजी में निर्णय ना ले । कोई आवश्यक वस्तु गुम हो सकती है ।
🏹 राशि फलादेश धनु :-
(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)
मित्रों का सहयोग कर पाएंगे । सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी । व्यापार-व्यवसाय अनुकूल चलेगा । धन अर्जन होगा । दांपत्य जीवन सुखमय व्यतीत होगा जिससे प्रसन्नता में अभिवृद्धि होगी । कोई बड़ा कार्य अथवा लंबे प्रवास का मन बनेगा । किसी विवाद में ना पड़े ।
🐊 राशि फलादेश मकर :-
(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)
आत्मविश्वास में भी वृद्धि होगी एवं निर्णय लेने की क्षमता भी बढ़ेगी । निवेश से लाभ हो सकता है । धन प्राप्ति सुगमता के भी योग हैं परंतु वाणी पर संयम रखें । शुभ समाचार प्राप्त होंगे । घर में अतिथि का आगमन होगा । किसी कानूनी फेर में ना पड़े । मस्तिष्क में पीड़ा रह सकती है ।
🏺 राशि फलादेश कुंभ :-
(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
बेरोजगारी दूर होकर रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे । कारोबार में वृद्धि के योग हैं । लेन-देन में जल्दी बाजी ना करें । शेयर मार्केट में विवेक से निर्णय लेकर ही निवेश आदि करें । व्यावसायिक यात्रा लाभप्रद रहेगी जिससे अप्रत्याशित लाभ हो सकता है । परीक्षा साक्षात्कार आदि में सफलता के भी योग हैं ।
🐋 राशि फलादेश मीन :-
(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
अपने मन की बात को किसी को ना बताएं एवं अपनी भावनाओं को नियंत्रण में रखें । किसी व्यक्ति से व्यर्थ विवाद हो सकता है । लाभ होने के योग हैं परंतु जमानत और जोखिम के कार्यों को टालना पड़ेगा । अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे जिनसे चिंता एवं तनाव रहेगा ।
☯ आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो |
आचार्य श्री लक्ष्मी नारायण पाण्डेय डिब्रूगढ़ असम।
।। शुभम भवतु ।।
🇮🇳🇮🇳 भारत माता की जय 🚩🚩