सूरजपुर में गौ तस्करों को पुलिस का साथ , तस्करों को छोड़ गौ रक्षकों पर किया जाता है अपराध दर्ज….

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सुरजपुर बोलेरो गाड़ी से मवेशी तस्करी कर रहे 3 लोगों को गौ रक्षकों द्वारा पकड़ा जाता है,जबकि गौ रक्षकों और ग्रामीणों के अथक प्रयास के बावजूद दूसरे ट्रक में सवार मवेशी तस्कर ट्रक को लेकर भागने में सफल हो जाते हैं। पकड़े गए तीनों आरोपियों को पुलिस के हवाले कर दिया जाता हैं। जिनके खिलाफ धारा 151 लगाकर पुलिस द्वारा उन्हें छोड़ दिया जाता हैं। जबकि मवेशी तस्करी मामले में पशु क्रूरता एक्ट लगना चाहिए था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गौ रक्षकों को सूचना मिली थी कि ग्राम मानी की ओर से कुछ गौ तस्कर गोवंश की तस्करी करने वाले हैं जिसकी सूचना मिलने पर गौ रक्षा सेवा समिति द्वारा पुलिस को सूचना दी गई, गौ रक्षा सेवा समिति के श्री मनोज पाण्डेय एवं ग्रामीणों द्वारा एक बोलेरो को पकड़ा गया जो गौ तस्करी में संलिप्त थी पकड़े गए आरोपियों पर पुलिस ने धारा 151 के तहत कार्यवाही की, लेकिन पुलिस द्वारा गौ तस्करों पर पशु क्रूरता एक्ट ना लगाना किसी न किसीसांठगांठ की ओर इशारा करता है। गौ रक्षकों का कहना है कि पुलिस को सूचना देने के बाद भी पुलिस देर से पहुंची जिसके कारण गौ तस्कर गोवंश से भरे वाहन को भगा ले जाने में कामयाब हुए। पकड़े गए आरोपियों में से एक आरोपी अपने आप को एक प्रतिष्ठित अखबार का प्रतिनिधि बता रहा था जो कि बाद में फर्जी पाया गया यह अपराधी इस प्रकार की घटनाओं में पहले भी शामिल रह चुका है। पकड़े गए गौ तस्करों में परशुरामपुर के साहिब अली, आसिफ खान,व छोटू खान शामिल है।

अपराधियों को छोड़ गौ तस्करों पर कार्रवाई करने लगी है पुलिस
अपराधियों पर गौ तस्करी करने पर सिर्फ धारा 151 के तहत कार्यवाही कर व पशु क्रूरता एक्ट ना लगाना पुलिस को संदेह के घेरे में खड़े करता है कि कहीं पशु तस्करों को पुलिस का भी समर्थन तो प्राप्त नहीं है क्योंकि सूरजपुर जिले में गौ तस्करी की घटनाएं होना आम बात है। पकड़े गए आरोपियों ने गौ रक्षकों पर ही मारपीट करने का आरोप लगाया है जिस पर पुलिस ने बड़ी तत्परता दिखाते हुए गौ रक्षकों पर एफ आई आर दर्ज किया गया है। इसके विरोध में गौ रक्षको ने सूरजपुर कोतवाली के सामने अपना विरोध प्रदर्शन भी किया है ।


गौरतलब है कि गौ तस्करों को छोड़कर गौ रक्षकों के खिलाफ मामला दर्ज करना काफी शंका से भरा है और इसे पुलिस तथा गौ तस्करों की मिलीभगत का नतीजा कहा जा सकता है। यदि पुलिस पाक साफ होती तो अपने कर्तव्य का पालन करती और गौ तस्करों पर कार्यवाही करती। गौ तस्करी पर लगाम लगाने के लिए कड़ी कानूनी कार्रवाई करती। यदि पुलिस गौ तस्करी पर लगाम लगा पाती तो, गौ रक्षक एवं ग्रामीणों को आगे आकर गौ तस्करों को पकड़ना और अपने जान से खतरे में डालना नहीं पड़ता।

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