शुभम शुक्ला
रायपुर
छत्तीसगढ़ तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के प्रांताध्यक्ष राकेश साहू एवं जिलाध्यक्ष सुखीराम धृतलहरे ने बताया कि अन्य योजनाओं में सरकार द्वारा करोड़ों राशि व्यय की जा रही है, जबकि पूर्व राज्य परिवहन निगम के मृत कर्मचारियों के 75 आश्रित परिवारों के सदस्यों को जब अनुकंपा नियुक्ति प्रदान की जाएगी तो उसमें रुपए 15600 न्यूनतम मानदेय के आधार पर लगभग ₹ 01करोड़ 40 लाख राशि का व्यय भार आएगा। जोकि शासन द्वारा किए जा रहे अन्य व्ययों से बहुत कम है। संगठन ने राज्य शासन से मांग की है कि पूर्व राज्य परिवहन निगम वर्तमान सीआईडी के आकस्मिक निधन हुए कर्मचारी साथियों के परिजनों के क्रमिक उपवास का आठवां दिन भी बीत जाने पर शासन द्वारा कोई सुध नहीं ली गई है। कलेक्टर कार्यालय एवं मंत्रालय के अफसरों के लापरवाही के कारण ही अनुकंपा नियुक्ति पीड़ितों को न्याय नहीं मिला है। वर्ष 2011 में अनुकंपा नियुक्ति के लिए शिक्षाकर्मी के पद पर नियुक्ति की गई। वर्ष 2013 में सामान्य प्रशासन विभाग के निर्देश की अवहेलना करते हुए सीआईडी सी के कर्मचारियों को नियुक्ति से वंचित कर दिया गया। निगम मंडलों के बोर्ड की बैठक द्वारा दिसंबर 2019 में लिए गए निर्णय के उपरांत भी आज तक अनुकंपा नियुक्ति आदेश जारी नहीं किया गया है। हताश होकर संगठन के तत्वाधान में परिजनों द्वारा उपवास किया जा रहा है। मांगी जल्दी पूरी नहीं किए जाने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा। जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।
आज के उपवास में शामिल हुए परिजनों में भूपेंद्र साहू, देवीलाल शुक्ला, मोहम्मद जुनेद, के के पांडे, विवेक चौहान, जगजीत सिंह, प्रेम नारायण साहू, देवेंद्र शर्मा, साकेत शर्मा द्वारा उपवास किया गया और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के नाम अनुकंपा नियुक्ति के आदेश को जारी करने हेतु कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। इस प्रदर्शन में संगठन के प्रांत अध्यक्ष राकेश साहू, जिलाध्यक्ष सुखीराम धृतलहरे, उपाध्यक्ष गजेश यदु, महामंत्री प्रकाश शुक्ला, भीम लाल मोटघरे, उपाध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी, ज्वाला कश्यप, प्रांतीय पदाधिकारी बेनी राम गायकवाड, पेंशनर संघ के सीएल साहू, अनीस अहमद बारी, भूपेंद्र शुक्ला, नारायण प्रसाद शर्मा, प्रेम लाल धुर्वे, शफीक खान, संतोष कुमार खुसरो, दीपक गोस्वामी, संजय शुक्ला, एसएन सेन एवं अन्य कर्मचारी साथी उपवास के इस आंदोलन में उपस्थित रहे।