बनमाली यादव
जशपुर। आज से एनएचएम कर्मचारी छत्तीसगढ़ प्रदेश एनएचएम कर्मचारी संघ के आवाहन पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हड़ताल से जशपुर जिले में स्वास्थ्य विभाग के कार्य में खासा प्रभाव पड़ते देखा नजर आ रहा है कोरोना आपदा के इस विषम परिस्थिति में इस हड़ताल को भी एक आपदा के रूप में समझना होगा छत्तीसगढ़ एन एच एम जिला इकाई के द्वारा अपनी 1 सूत्रीय मांग नियमितीकरण हेतु हड़ताल की शुरुआत की गई पहले दिन निस्वार्थ भाव से कोरोना की ड्यूटी करते करते शहीद हुए स्वास्थ्य विभाग के कोरोनावरियर्स को मोमबत्ती जलाकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई आज उनसे हड़ताल पर जाने से मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के साथ-साथ समस्त विकासखंड में भी कार्य पूरी तरह बंद रहा है जिससे ना सिर्फ कोरोना जांच और रिपोर्टिंग प्रभावित हुई अपितु राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत संचालित समस्त कार्य पूर्ण तरह से बाधित रहा। आपको बता दें कि कांग्रेस की सरकार न जनघोषणा पत्र में की गई घोषणाओं में उनकी वायदा पूरा करने का फरमान भी किए थे, और 10-12 साल से लगातार दी जा रही उनकी सांविदा स्वास्थ्य सेवाओ के फस्वरूप नियमतिकरण के रूप में सामने आएगा ।
मगर ऐसा कुछ भी नहीं होता नज़र आ रहा है, संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों का यह संघ राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन बग़ीचा के कर्मचारी आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संघ के पदाधिकारियों ने यह भी बताया कि जनघोषणा पत्र में तो इस सरकार ने यह भी उल्लेखित कर रखा था कि सरकार बनते ही 10 दिन के अंदर संविदा कर्मचारियों को नियमित कर दिया जाएगा। मगर 2 साल सरकार बने हो गए, हुआ कुछ नहीं ! तो रास्ता भी हमारे पास नही बचता है, यही वजह है कि सरकार की नीतियों के कारण हम आम जनता को अपनी सेवाएं नहीं दे पा रहे, जिसके लिए आम जनता से भी क्षमा प्रार्थी हैं।
कोरोना काल मे हम स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारी जान की बाजी लगाकर लगातार सेवाएं दे रहे हैं। पर सरकार को इसकी भी सुध ही नही। इसलिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के सभी कर्मचारी मजबूरीवश 19 सितंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं।
अपनी मांगों का समर्थन करते राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के इन संविदाकर्मियों ने दिन को ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रांगण में ही कैंडल जलाकर अपने उन साथियों को श्रद्धांजलि देते हुए कैंडल की रोशनी भी दिखाई, जिन्होंने कोरोना काल मे कोरोना वारियर के रूप में सेवाएं दी। यह भी कि सरकार उनकी सुध ले और अपने वादे को पूरा करे। संघ के द्वारा यह भी कहा गया कि सेवाओं में हम उस दिन ही लौट आएंगे जिस दिन सरकार हमारी मांगो को पूर्ण रूप से पूरा करेगी जो कि जायज़ होगा।