प्रशान्त पाण्डेय
बैकुंठपुर में रेत माफियाओं का काम धड़ल्ले से चल रहा है जिसपर प्रशासन भी मौन है,मिली जानकारी के अनुसार जनपद पंचायत भरतपुर के ग्राम घटे में उदरी नदी से रेत का अवैध खनन चरम सीमा पर है। स्थानीय लोगों के द्वारा रेत माफियाओं के खिलाफ आंदोलन किया जा रहा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासनिक अमला रेत माफियाओं के खिलाफ किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं कर रहा है और ना ही अवैध रेत खनन को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है। गांव में महिलाओं द्वारा संगठित होकर रेत माफियाओं के खिलाफ आंदोलन किया जा रहा है लेकिन फिर भी अवैध रेत उत्खनन रुकने का नाम नहीं ले रहा है।
गांव की रेत जाती है यूपी एमपी
लोगों का कहना है कि रेत माफियाओं का कहना है कि आपके गांव की रोड बनाने के लिए रेत निकाला जा रहा है, लेकिन असलियत तो यह है कि दिन में रेत निकाल कर एक जगह पर डंप किया जाता है और रात में जेसीबी आदि की मदत से बड़े ट्रकों में भरकर रेत मध्य प्रदेश एवं उत्तर प्रदेश भेज दिया जाता है। इस प्रकार अवैध उत्खनन बड़े जोरों पर है जिस पर ना तो पुलिस कुछ कर पा रही है और ना ही प्रशासनिक अमला इस पर ध्यान दे रहा है।
हो सकती है मिली भगत
यह कैसे संभव हो सकता है कि इतने बड़े स्तर पर रेत का अवैध उत्खनन हो रहा है जिसे लॉकडाउन के दौरान भी दूसरे राज्यों में पहुंचाया जा रहा है और पुलिस कुछ कर नहीं पा रही है,पुलिस का इस प्रकार का रवैया सवालों के घेरे पर है कहीं पुलिस भी रेत माफियाओं से मिली हुई तो नहीं है क्या इससे पुलिस विभाग को भी कोई लाभ तो नहीं हो रहा है जिसके चलते पुलिस भी चुप्पी साधे हुए है।