शुभम दुबे
उत्तर प्रदेश में अपराधी बेखौफ हैं। एक ओर पुलिस पुराने अपराधियों के एनकाउंटर में लगी है तो दूसरी ओर अपराधियों में कानून का डर ही खत्म होता जा रहा है। बलिया के फेफना थाना क्षेत्र में पत्रकार रतन सिंह को बदमाशों ने गोली मार कर हत्या कर दी. बदमाशों ने देर शाम अपने मित्र के घर से लौट रहे पत्रकार का पीछा किया जान बचाने के लिए पत्रकार ने गांव के प्रधान के घर मे जाकर जान बचाने की कोशिश की, पर बदमाशों ने दौड़ाकर गोली मार दी.पत्रकार की घटना स्थल पर ही मौत हो गई. घटना के बाद बलिया पुलिस ने फेफना के प्रभारी निरीक्षक को निलंबित कर दिया गया है. 10 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी.
मामले की गंभीरता को देखता हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने मृतक के परिजनों को 10 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया. साथ ही आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया गया है.
बलिया पुलिस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पत्रकार रतन सिंह की उनके पट्टीदारों ने लाठी-डंडे और गोली मारकर हत्या कर दी. इस मामले में नामजद 10 आरोपियों में से 6 को गिरफ्तार किया जा चुका है. घटना का कारण पिछले साल 26 दिसंबर को दोनों पक्षों में हुई मारपीट है.
पुलिस की माने तो इस मारपीट के बाद दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. रतन सिंह पर दर्ज मुकदमा गलत पाया गया था. इसी में 5 अभियुक्तों पर रतन सिंह की हत्या का आरोप है. प्रभावी कार्यवाही न करने पर प्रभारी निरीक्षक फेफना को निलंबित कर दिया गया है.