पप्पू बैगा
पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने को लेकर प्रदेश भर के पत्रकार लगातार मांग करते अा रहें है।
लेकिन छत्तीसगढ़ राज्य सरकार की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल रहा है, इसी बात को अवगत कराने के लिए छत्तीसगढ़ पत्रकार कल्याण संघ जनकपुर के सदस्यों द्वारा प्रदेश के मुखिया सी एम भूपेश बघेल को पत्र लिखकर इसे जल्द लागू करने की मांग की है। पत्र में लिखा गया है कि पत्रकारों को जोखिमों को उठाकर समाज के हित में कई मुद्दों को सामने लाते रहें है।इस प्रकार के मुद्दों को उठाने में कई प्रकार की कठिनाईयों का सामना भी करना पड़ता है। यहां तक की कई मामलों में कानूनी दावपेच से चौथे स्तंभ को फसाकर कमजोर करने का प्रयास किया जाता रहा है।जिसका प्रभाव उनके जीवन पर पड़ता है,समाज में कई तरह के असामाजिक मौजूद तत्वों से मानसिक और शारीरिक रूप से तनाव झेलना पड़ता है। इन्हीं कारणों से सुरक्षा की कमी महसूस होती है । पत्रकारों की हत्या और उन पर होने वाले हमलों की रोकथाम के लिए ‘पत्रकार सुरक्षा कानून’बनाने पत्रकारों की एक पुरानी मांग रही है।किन्तु पत्रकारों पर लगातर हमले जारी है और इस कानून का कहीं अता-पता नहीं। छत्तीसगढ़ में पत्रकार सुरक्षा कानून को लेकर अंतिम सूचना यह थी कि इस कानून का मसविदा छत्तीसगढ़ की सरकार में लंबित है जिसने इसकी समीक्षा के लिए एक कमेटी गठित कर दी गई है। पत्रकार कल्याण संघ के द्वारा प्रदेश के मुखिया से पत्रकारों के हित को ध्यान में रखते हुए पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने का मांग क़िया गया।