घनश्याम प्रजापति
सूरजपुर
सूरजपुर… एक ओर जहां पूरा देश कोरोनावायरस से जंग लड़ रहा है। हर तरफ बेरोजगारी का आलम पसरा है। सरकार जहां गरीबों की आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने के लिए तथा कोई भी व्यक्ति भूखा ना मरे इस लिए राशन कार्ड की अनिवार्यता को समाप्त करते हुए हर व्यक्ति को राशन उपलब्ध करवा रही हैं वहीं दूसरी ओर राशन वितरकों द्वारा राशन वितरण में गड़बड़ी कर लोगो के साथ अन्याय किया जा रहा है। मामला पंपापुर झारपारा का हैं, वहां के ग्रामिणों में राशन आबंटन को लेकर काफी आक्रोश नजर आया। वहाँ के सरपंच तथा ग्रामिणों ने बताया की यहां राशन आबंटन जो समूह करती है। उसमे राशन वितरण में काफी गड़बड़ किया जा रहा है। ये पुरा मामला शासकीय उचित मुल्य की दुकान पंपापुर झारपारा का है। जो जांच का विषय है। ग्रामिणों ने बताया की उनके राशन कार्ड बुकलेट में 85 किलो राशन अंकित है, परंतु उन्हें केवल 40 किलो ही राशन आबंटित किया जा रहा है, ग्रामीण जब इस बात का विरोध करतें है तो जो समुह राशन वितरण करता है उनका कहना है कि सब लैपटॉप की खराबी है।
सरपंच ने बताया कि हम बार-बार शासन से आग्रह कर चुकें हैं की राशन वितरण का जिम्मा खुद हमें दिया जाये परंतु इस मामले में अभी तक कोई सुनवाई नहीं हो रही है।