प्रशान्त पाण्डेय
सूरजपुर जिले के प्रेमनगर थाना अंतर्गत ग्राम महेशपुर में आदिवासियों की झोपडिय़ों को अवैध कब्जा बताकर ध्वस्त कर दिया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव के गवटिया के बेटे तोषण चौबे व साथियों द्वारा झोपड़ियों को जबरदस्ती ध्वस्त कर दिया गया था। इस बात की सूचना मिलने पर हमने प्रेमनगर पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलने पर पुलिस द्वारा इस बात की जांच करने की बात कही गई तथा कुछ ही देर में SI मंत्री राम मिंज ने घटना से हमारी टीम को अवगत कराया। इस केस में नया मोड़ तब आता है जब गांव में आदिवासियों की झोपड़ी तोड़ने वाला गुंडा खुद हमारे संपादक को फोन करके धमकाने की कोशिश करता है जिसपर संपादक द्वारा पूछा जाता है कि मेरा नंबर कहां से मिला तब तोषण चौबे द्वारा बताया जाता है मुझे नंबर प्रेम नगर थाना से प्राप्त हुआ है और थाने से SI मंत्री राम मिंज ने मुझे तुम्हारा नंबर दिया है जिस बात की सच्चाई जानने के लिए संपादक द्वारा मंत्री राम मिंज को फोन किया गया तो मंत्री राम मिंज ने बताया कि नंबर उन्होंने ही दिया है। अब सवाल यह उठता है क्या प्रेम नगर पुलिस का यह अधिकारी गुंडों का दलाल है। पैसा सरकार से लेता और स्वामी भक्ति गुंडों की करता है । इस घटना के बाद यदि संपादक और संपादक के परिवार के किसी भी सदस्य को कोई हानि तोषण चौबे द्वारा पहुंचाया जाता है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा?
मंत्री राम मिंज की स्वामी भक्ति गुंडों के साथ है और वह गुंडों का दलाल है ऐसा कहां जाना गलत नहीं होगा क्योंकि पुलिस कि जिम्मेदारी किसी भी सूचना देने वाले की गोपनीयता को बनाए रखने की हैं लेकिन यहां पर मंत्री राम मिंज द्वारा नियमों की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है। मामले की सूचना देने वाले का नाम ऐसे व्यक्ति को बताया और उसका संपर्क नंबर दिया जो इस घटना का अपराधी हो सकता है।
इस संबंध में हमारी टीम में एसपी सूरजपुर से बात की जिस पर उन्होंने इस घटना पर जांच कराने की बात कही है।
आज बात एक पत्रकार की है तब भी पुलिस के इस अधिकारी ने पत्रकार को भी नहीं छोड़ा तो आम जनता के साथ क्या क्रूरता पूर्वक दुर्व्यवहार किया जाता होगा उसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता। यह वही लोग है जो पैसा तो सरकार से लेते हैं लेकिन स्वामी भक्ति गुंडों की करते हैं आज अगर ऐसे पुलिस वाले नहीं होते तो विकास दुबे एनकाउंटर में इतने सारे पुलिस वाले वीरगति को प्राप्त नहीं होते। मंत्री राम मिंज वो जयचंद है जो पुलिस के लिए एक काला दाग है।
हम मंत्री राम मिंज के उपर उचित कार्रवाई की मांग करते हैं,ताकि ऐसे पुलिस वाले मुजरिमों का साथ देने से पहले सोचे और डरे।