बनमाली यादव
रायपुर ABVP अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् छत्तीसगढ़ प्रान्त ने देश की आकांक्षाओं के अनुरूप बहुप्रतीक्षित राष्ट्रीय शिक्षा नीति को केन्द्रीय मंत्रिमण्डल द्वारा स्वीकृति प्रदान किये जाने के निर्णय का हार्दिक स्वागत किया है और विश्वास जताया है कि यह नीति भारत को सभी क्षेत्रों में आत्मनिर्भर बनाने में महत्त्वपूर्ण कारक सिद्ध होगी। प्रदेश मंत्री शुभम जायसवाल ने कहा है कि लम्बे समय से भारत में एक ऐसी शिक्षा प्रणाली की आवश्यकता अनुभव की जा रही थी जो ज्ञान व अनुभव आधारित रोजगारोन्मुखी शिक्षा के साथ-साथ ऐसी शिक्षा भी मुहैया करा सके जो विद्यार्थियों के व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास में भी सहायक सिद्ध हो। तकनीकी रूप से समृद्ध, सर्वव्यापी एवं सर्वसमावेशी शिक्षा के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए शिक्षा प्रणाली में जिन बदलावों की अपेक्षा की जा रही थी सरकार ने उन पर ध्यान दिया और नवीन राष्ट्रीय शिक्षा नीति को मूर्त रूप प्रदान किया है जो एक अभिनन्दनीय कदम है।
परिषद् इस बात को लेकर आशान्वित है कि यह नीति देश के करोड़ों विद्यार्थियों और आने वाली पीढ़ी के भविष्य को उत्तम दिशा दिखाने वाली एवं प्रत्येक विद्यार्थी में निहित प्रतिभा का राष्ट्रीय आवश्यकताओं के अनुरूप उपयोग सुनिश्चित करने में सफल होगी। किन्तु इसके लिये सरकार को इस नीति का जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन सुनिश्चित करना होगा। परिषद् नीति को मूर्तरूप प्रदान करने के लिए डॉ. के. कस्तुरीरंगन की अध्यक्षता में अहर्निश कार्य करने वाली प्रारूप समिति, सुब्रह्मण्यम समिति के साथ ही साथ भारत सरकार को धन्यवाद देती है और उनका अभिनन्दन करती है।