प्रशान्त पाण्डेय
सैंया भए कोतवाल अब डर काहे का
मामला बलरामपुर जिले के राजपुर थाना अंतर्गत मदनेश्वरपुर का है जहां एक नाबालिक की शादी 19 जून को संपन्न हुई थी।
नाबालिक व उसके परिजनों ने तहसीलदार सुरेश राय को पहले ही अवगत कराया था तथा नाबालिक द्वारा दिए गए दस्तावेजों में स्पष्ट रूप से उम्र काम दिख रही है,लेकिन इस संबंध में हमारे द्वारा प्रकाश डालने के बावजूद भी प्रशासन द्वारा कोई कदम नहीं उठाया गया है तथा प्रशासन द्वारा अपने लाडले तहसीलदार को बचाया जा रहा है।
मामला नाबालिक से जुड़ा है तो इसकी सूचना महिला एवं बाल विकास विभाग बलरामपुर को भी दी गई थी परन्तु बाल विकास विभाग द्वारा केवल लीपा पोती किया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने नाबालिक के घर आकर उन्हें किसी से नाबालिक होने के बात कहने से भी माना किया था बताने पे जेल जाने की धमकी तक दे डाली।
महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारि जे आर प्रधान ने बताया कि हमारे द्वारा सूरजपुर में इसकी दी गई है लेकिन नाबालिक बलरामपुर जिले का निवासी है।
खैर तहसीलदार ने पहले भी जांच के नाम पर इस बात को टाला था और आज तक महीना बीत जाने के बाद भी तहसीलदार साहब की जांच जो की खुद पर हो रही है पूरी नहीं हो पाई है।
मामले में अपने अधिकारी को देखते हुए प्रशासन भी खामोश है, इस पूरे प्रकरण में ऐसा प्रतीत होता है कि पूरा प्रशासन भी तहसीलदार के साथ मिला हुआ है और अपने लाडले तहसीलदार को बचाने में लगा हुआ है।