रायपुर : छत्तीसगढ़ के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों के संपत्ति का ब्योरा सामने आया है. रिपोर्ट के अनुसार छत्तीसगढ़ के सबसे अमीर कलेक्टर के पास 2.68 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी है. तो सबसे अमीर आईपीएस अधिकारी के पास 5.38 करोड़ और आईएफएस के पास 3.60 करोड़ की संपत्ति है. केंद्र को दी गई संपत्ति की जानकारी में दिलचस्प बात यह है कि 19 कलेक्टरों ने दावा किया कि उनके पास खुद का घर नहीं है, जबकि 10 आईपीएस अधिकारियों ने भी घर नहीं होने की जानकारी दी है. यू तो नियम के मुताबिक प्रशासनिक अधिकारियों को अपनी प्रॉपर्टी का ब्योरा हर साल देना होता है, लेकिन छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों पर कार्रवाई के बीच इनकी संपत्ति की जानकारी इसलिए भी चर्चा में है क्योंकि छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार के मामले में लगातार बढ़े प्रशासनिक अधिकारियों पर कार्रवाई हो रही है. हालही में सीबीआई के छापे में भी कई आईएएस-आईपीएस के घर कार्रवाई की गई. जिन प्रशासनिक अधिकारियों पर कार्रवाई हो रही है वो कोल, महादेव सट्टा, शराब घोटाला जैसे मामले में फंस रहे हैं. इस वजह से भी छत्तीसगढ़ के प्रशासनिक अधिकारियों की संपत्ति का ब्योरा चर्चा में है.
बता दें कि बीजेपी सरकार बनने के बाद छत्तीसगढ़ में कई भ्रष्टाचार मामले में जिन प्रशासनिक अधिकारियों पर कार्रवाई हो रही है वो घोटाले में शामिल रहे और पूर्व सरकार में ऐसे अधिकारियों पर सरकारी पद और संसाधनों के दुरुपयोग का आरोप लगा. इसलिए भी प्रशासनिक अधिकारियों के संपत्ति की जानकारी इन दिनों छत्तीसगढ़ में चर्चित विषय बना हुआ है.
छत्तीसगढ़ के सबसे ज्यादा प्रॉपर्टी अधिकारियों पर एक नजर
इन कलेक्टरों के पास है सबसे अधिक संपत्ति
1. संजय अग्रवाल, बिलासपुर – 2.68 करोड़
2. राजेन्द्र कुमार कटारा, बलरामपुर – 1.95 करोड़
3. जनमेजय महोबे, जाजंगीर – 1.93 करोड़
4. अभिजीत सिंह, दुर्ग – 1.61 करोड़
5. दिव्या उमेश मिश्रा, बालोद – 1.52 करोड़
छत्तीसगढ़ के टॉप-5 करोड़पति आईपीएस
1. राजेश कुकरेजा – 5.38 करोड़ की संपत्ति
2. तिलकराम कोसिमा – 4.92 करोड़ की संपत्ति
3. दीपांशु काबरा – 4.01 करोड़ की संपत्ति
4. ओपी पॉल – 3.80 करोड़ की संपत्ति
5. पवनदेव गौतम – 3.73 करोड़ की संपत्ति
19 आईपीएस ने अपनी संपत्ति की कोई जानकारी नहीं दी
छत्तीसगढ़ के टॉप फाइव करोड़पति डीएफओ (IFS)
1. रमेश कुमार जांगड़े-कोंडागांव-3.60 करोड़
2. आलोक कुमारी तिवारी-खैरागढ़-3.45 करोड़
3. विवेक कुमार झा-बलरामपुर-2.21 करोड़
4. आयुष जैन-राजनांजगांव-1.56 करोड़
5. आलोक कुमार बाजपेयी-कांकेर-1.11 करोड़
15 डीएफओ ने अपनी संपत्ति की जानकारी नहीं दी
