रायपुर: छत्तीसगढ़ शराब घोटाला केस में ED ने पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को गिरफ्तार कर लिया है। बुधवार की सुबह वे ED दफ्तर पूछताछ के लिए पहुंचे थे। जहां ED ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। बेटे हरीश लखमा को ED की टीम ने पूछताछ के बाद छोड़ दिया हैं। वहीं ED कवासी लखमा को लेकर कोर्ट पहुंची जहां से कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की रिमांड पर भेज दिया हैं।
कवासी लखमा से इससे पहले 2 बार ED के अधिकारियों ने पूछताछ की थी। ED ऑफिस जाते समय लखमा ने कहा था कि, आज पूछताछ के बुलाया गया था, इसलिए आया हूं। देश कानून के हिसाब चलता है, अगर कानून के हिसाब से बुलाएंगे, तो मैं 25 बार आऊंगा। ED के अधिकारी जो सवाल करेंगे, उसका जवाब दूंगा और उनका सम्मान करुंगा।
सबूत के आधार पर हुई गिरफ्तारी
सूत्रों के अनुसार, ईडी को कवासी लखमा के खिलाफ कुछ सबूत मिले हैं इस आधार पर ही गिरफ्तारी की गई है। हालांकि, आधिकारिक तौर पर ईडी के अधिकारियों ने कुछ नहीं कहा है। कवासी लखमा के घर रेड के बाद ईडी ने अपने अधिकारिक बयान में कहा था कि कवासी लखमा के खिलाफ सबूत मिले हैं। उनके कमीशन लेने की बात भी सामने आई थी। ईडी के छापे के बाद कवासी लखमा ने कहा था कि घोटाला हुआ है या फिर नहीं मुझे इसकी जानकारी नहीं है। मैं अनपढ़ आदमी हूं, अधिकारी मुझे जहां साइन करने को कहते थे मैं कर देता था।
घोटाले में इनके नाम हैं शामिल
शराब घोटाले मामले में एआईएस में आईएएस निरंजनदास, अनिल टूटेजा, उनके बेटे यश टूटेजा के साथ एके त्रिपाठी, विवेक ढांड और तत्कालीन आबकारी मंत्री कवासी लखमा का नाम शामिल है। शराब घोटला में ही अनवर ढेबर, अरविंद सिंह, विजय भाटिया के साथ ही एक दर्जन से ज्यादा आबकारी विभाग के अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं।
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