जिले की प्राइवेट खदानों में रोजगार न देने के खिलाफ संगठित हुए जिले के माइनिंग अभ्यर्थी रूपरेखा पर बनाई आपसी सहमति..

0

हिंद स्वराष्ट्र सूरजपुर भूषण बघेल – जिले के बेरोजगार माइनिंग ओवरमेन सर्टीफिकेट प्राप्त युवाओ को जिले में संचालित प्राइवेट खदानों में रोजगार देने  संगठित हुवे युवा।
वर्तमान समय मे देश की सबसे बड़ी दो समस्या प्राइवेटेशन ओर बेरोजगारी है जिससे सर्टिफिकेट प्राप्त युवाओ को रोजगार हेतु भारी मानसिक तनाव से झूझना पड़ रहा है माइनिंग के ओवर मेन सर्टिफिकेट प्राप्त छात्र सरफराज खान ने बताया है कि सूरजपुर जिले में ओवर मेन सर्टिफिकेट प्राप्त युवाओ की संख्या सैकड़ो में है अम्बिकापुर और सूरजपुर में  माइनिंग के दो शासकीय महाविद्यालय है जिससे हर वर्ष जिले में माइनिंग सर्टिफिकेट प्राप्त युवाओं की संख्या बढ़ती जा रही है सूरजपुर जिले में लगातार प्राइवेट खदानें खुल रही हैं जिसमें गेनवेल ,एस. एम.एस., आशीर्वाद, प्रकाश इंडस्ट्री जैसी कंपनिया प्रमुख है सूरजपुर जिले में इतनी संख्या मे संचालित प्राइवेट खदानें होने के बावजूद जिले के सैकड़ो माइनिंग अभ्यर्थियों को रोजगार हेतु दर दर की ठोकरें  खाना पड़ रहा है ,बीते 2 वर्षों से जिले के युवा जब प्राइवेट माइंस में रोजगार हेतु जाते है तो पूरे दस्तावेज होने के बावजूद अनुभव के अभाव में उन्हें लौटा दिया जाता है सभी माइंस द्वारा एक जैसा उत्तर दिया जाना बताता है कि जिले के युवाओं के साथ धोखा किया जा रहा है व भारी संख्या में बाहरी लोगों को रोजगार दिया जा रहा है जब तक कोई जिले के युवाओं को रोजगार नही देगा तब तक अनुभव कहां से प्राप्त होगा इसका जवाब देने से सभी बचते है जिले के युवाओं को धोखे में रख लगातार बाहरी लोगों की भर्ती का हम विरोध करते हैं जिसपर दिनांक 27 दिन रविवार को चोपड़ा सामुदायिक भवन बिश्रामपुर में जिले के माइनिंग अभ्यर्थियों द्वारा बैठक की गई जिसमें युवाओं ने जिले में हो रहे इस अन्याय के खिलाफ संगठित रूप से चरणबद्ध तरीके से लडाई लड़ने का संकल्प लिया है जिसमें सर्वप्रथम जिला कलेक्टर व बिश्रामपुर क्षेत्र जी.एम से मुलाकात कर अपनी मांग रखने और निश्चित समय में हमारी मांगो पर कार्यवाही न होने पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन भूख हड़ताल आदि भी किये जाने की बात कही है युवाओं ने कहा कि प्रबंधन से आग्रह करते हैं कि इस विकराल समस्या हेतु कोई व्यवस्था बनाई जाए ताकी जिले के बेरोजगार युवा जिले में संचालित खदानों में रोजगार पा सकें और पूरी लगन मेहनत और ईमानदारी से खदानों के संचालन में अपना योगदान दे सकें हम आशा करते हैं कि वर्तमान समय में बेरोजगारी से जूझ रहे सैकड़ों युवाओं की समस्याओं को निराकरण किया जाए अन्यथा हम संगठित रूप से चरणबद्ध तरीके से शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here