हिंद स्वराष्ट्र सूरजपुर भूषण बघेल : जिले से अभी दोहरे हत्याकांड की आग ठंडी भी नहीं हुई है और एक और बड़ा घटना देखने को मिल रहा है आपको बता दें कि सूरजपुर जिले के अंतर्गत आने वाला जूर गांव जहां 97 एकड़ गोचर भूमि का मामला काफी चर्चा में है। सूरजपुर के ग्राम पंचायत जूर में 97 एकड गोचर भूमि के अवैध अतिक्रमण पर ग्रामीणों का आक्रोश देखने को मिल रहा है। जहां अतिक्रमण धारी के द्वारा शासकीय भूमि पर लगाए गए धान की फसल को ग्राम पंचायत के सैकड़ो ग्रामीणों के द्वारा आक्रोशित होकर फसल काटते हुए नजर आ रहे हैं। अवैध अतिक्रमण धारी के द्वारा लगातार कई वर्षों से धान की खेती की जा रही है जिससे जनता में आक्रोश व्याप्त है। ग्राम पंचायत जूर के ग्रामीणों के द्वारा कई बार भैयाथान अनुविभागीय अधिकारी एवं सूरजपुर कलेक्टर को आवेदन के माध्यम से अतिक्रमण हटाने की शिकायत एवं मांग भी की गई है लेकिन प्रशासन के द्वारा गंभीरता न दिखाते हुए कोई भी उचित कार्रवाई न करने से ग्रामीणों का आज गुस्सा फुटकर सामने आया और एक बड़ी घटना जिले में फिर से घट गई।
इस मामले को गंभीरता से लेकर संबंधित अधिकारी अगर ग्रामीणों को सही समझाईस देते तो आज यह घटना नहीं घटती।
क्या कार्यालय में ऐसे कई फाइल है जो टेबल में धूल खा रहे हैं और घटना को बुलावा दे रहे हैं?
क्या जिले में ऐसे ही लापरवाह अधिकारियों के चलते हो रहे हैं आए दिन घट रही है घटनाएं?
फिलहाल इस मामले को लेकर कोई बड़ी प्रतिक्रिया प्रशासन की ओर से नहीं देखने को मिली है अब देखने योग्य बात है कि इस लापरवाही का नतीजा अधिकारियों को मिलती है या ऐसे अधिकारी को फिर से खुली छूट मिल जाएगी।