हिंद स्वराष्ट्र जनकपुर गणेश तिवारी: जिले में केल्हारी तहसील अन्तर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र केल्हारी में आसपास के 55 गांवों के ग्रामीणों इलाज के लिए आते हैं, लेकिन इन दिनों सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का बुरा हाल है। अस्पताल में गंदगी का आलम है जगह जगह सीढ़ियों के पास गुटखा और पान के दाग-धब्बे देखा जा सकता है। अस्पताल में पुरुषों और महिलाओं के अलग-अलग वार्ड बने हुए हैं, लेकिन महिला और पुरुष को एक ही वार्ड में भर्ती किया जाता है। तो क्या अलग अलग वार्ड सिर्फ देखने के लिए बना है। भर्ती मरीजों को बेड पर बिना बेड सीट के लिटा दिया गया है जो अस्पताल प्रबंधन की भारी लापरवाही को दिखा रहा है। हमने जब अस्पताल के मरीजों से बात की तो उन्होंने बताया बेड सीट नहीं दी गई है। अब इस माहौल में मरीजों को स्वास्थ्य लाभ मिलेगा ये कहना बेइमानी ही होगी।
चार साल से नहीं पटाया बिजली का बिल, एक साल से आ रहा दोनों अस्पताल का बिल
आपको बता दें अस्पताल प्रबंधन की उदासीनता इतनी है कि पिछले चार वर्षों से अभी तक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र केल्हारी (जोकि अभी बंद हो चुका है) का बिल नहीं चुकाया गया है, वहीं एक साल से संचालित नए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का भी तीन महीने से बिल बकाया है। जब हमने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ महेश सिंह से बात कि तो उन्होंने बताया जिले के अधिकारियों से बात हो गई है 10-12 दिन में बकाया भुगतान करवा दिया जाएगा। अब बडा सवाल यही है कि बीते एक वर्ष से बंद पड़े प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र केल्हारी का बिल भुगतान भी करना पड़ेगा और जब अस्पताल संचालित था तब तीन वर्षों से बिजली बिल भुगतान क्यूं नहीं किया गया।यह अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही को उजागर करता है। जब पुराने अस्पताल की सेवाएं नए अस्पताल में संचालित होने लगी तो बंद पड़े प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की बिजली कनेक्शन को कटवाने के लिए बिजली विभाग को आवेदन नहीं देना अस्पताल प्रबंधन की गैर जिम्मेदाराना रवैए को दिखाता है।
क्या नए सीएचएमओ करेंगे लापरवाही पर कोई कार्यवाही!
एमसीबी जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अविनाश खरे नवीन प्रभार ग्रहण करते ही बीते दिनों में ताबड़तोड़ पैथालॉजी जांच लैबों पर छापामार निरीक्षक किया था। केल्हारी में संचालित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बुरे हालात को देखते हुए लापरवाह अस्पताल प्रबंधन केल्हारी पर क्या कोई कार्यवाही करेंगे यह देखना दिलचस्प होगा।
विद्युत विभाग केल्हारी के अधिकारी ने क्या कहा इसे भी पढ़ें
जब हमने बिजली विभाग केल्हारी के अधिकारी जेई से जानकारी ली तो पता चला हमें पुराने अस्पताल की बिजली कनेक्शन कटाने का कोई आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है।लगभग बीते चार सालों से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का दो लाख सोलह हजार (2,16,000) रूपए और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का 7500 रूपए तीन महीने से बकाया है। अस्पताल प्रबंधन को 15 दिनों का नोटिस देकर बकाया बिल भुगतान करने को कहा है।