सतनामी समाज के आंदोलन ने लिया रौद्र रूप कलेक्टर भवन सहित अनेकों जगह हुई आगजनी….

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बलौदाबाजार : पवित्र अमरगुफा कांड की सीबीआई जाँच की मांग कों लेकर 10 जून कों सतनामी समाज का प्रदेश स्तरीय आंदोलन बलौदाबाजार में आयोजित थी जहाँ हजारों की संख्या में पहुंचे सतनामी समाज का महाआंदोलन देखते ही देखते रौद्र रूप धारण क़र लिया तथा भीड़ ने बेरीकेट,लकड़ी की खम्भे,दमकल की गाड़ियों में तोड़फोड़ की साथ ही चारपहिया एवं दो पहिया वाहनो में आग लगा दी जिसकी आग ने संयुक्त कलेक्टर कार्यालय बलौदाबाजार कों भी लपेटे में लिया तथा पूरा बिल्डिंग आग व धुएँ की गुब्बार में तब्दील हो गया। साथ ही तहसील कार्यालय में खड़ी आधा दर्जन कार जल गयी एवं नैनदास स्मृति स्थल सतनामी समाज भवन परिसर में भी आग लग गयी। उक्त घटनाओं से नगर में अशांति का माहौल उत्पन्न हो गया तथा जिला प्रशासन नगर वासी सहित आम नागरिक सभी लोग सदमे में है।

लगातार जैतखाम के अपमान कों लेकर नाराज थे समाज

आंदोलन कों लेकर पिछले कई दिनों से प्रदेश की सभी जिलों में सतनामी समाज की बैठके आयोजित हुई थी जिसमें बताया गया की पूरे छत्तीसगढ़ में सतनामी समाज के साथ लगातार हो रहे अन्याय, अत्याचार व सतनामी समाज के आस्था के केन्द्र गिरौदपुरी धाम अमर गुफा के तीन जैतखाम को असमाजिक तत्वो के द्वारा आरी से काट दिया गया है, जिसमें जातिवादी मानसिकता के लोग षड़यत्र पूर्वक जैतखाम को तोड़ना, जलाना, काटना कई तरह से क्षति पहुंचा रहे है। इन सब को देखते सुनते हुए भी सरकार चुप्पी साधे हुए है, तीन बिहारी आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिससे सतनामी समाज संतुष्ट नहीं है और सीबीआई जांच की मांग को लेकर पुरे छत्तीसगढ़ के सतनामी समाज बलौदाबाजार में 10 जून सोमवार को एस. पी. कार्यालय का घेराव कर कलेक्टर के माध्यम से राज्यपाल, मुख्यमंत्री, गृहमंत्री एवं अनुसूचित जाति आयोग के नाम ज्ञापन सौंपने पर सहमति बनी थी।

अप्रत्यासीत भीड़ कों संभाल नहीं पायी जिला प्रशासन

आंदोलन कों रोकने जिला एवं पुलिस प्रशासन की व्यवस्था काफ़ी कमजोर नजर आयी, शायद प्रशासन कों इतनी भीड़ इकठ्ठा होने की उम्मीद नहीं थी। प्रदेश के लगभग सभी क्षेत्रों से सतनामी समाज के लोग वृहत संख्या में पहुंचे थे। बेरीकेट के सामने पहुंचने पर झूमाझटकी नारेबाजी हुई जिसको रोकने व भीड़ कों तीतर बितर करने के लिए लाठी चार्ज एवं आंसू गैस के गोले दागे गए जिस पर उपस्थित भीड़ उग्र हो गयी। अनियंत्रित भीड़ के सामने तैनात पुलिसकर्मी कम पड़ गए तथा उन्हें भीड़ के सामने से हटना पड़ा। धरमपुरा कांड कवर्धा , रसौटा कांड पलारी, जरहागांव कांड बिलासपुर,बोडसारा कांड, झुमका गांव कांड तथा सतनामी समाज के अधिकारीयों कर्मचारियों के साथ भेदभाव एवं प्रताड़ना से आहात सतनामी समाज की भीड़ ने बेरीकेट, दमकल की गाड़ियों में तोड़फोड़ करते हुए कलेक्टर परिसर में घुस गयी जहाँ बिल्डिंग में तोड़ फोड़ क़र वहाँ की गाड़ियों में आग लगा दी, गाड़ियों में विस्फोट के कारण देखते ही देखते कलेक्टर भवन कों भी लपेटे में ले लिया।

उग्र प्रदर्शन से शासकीय संपत्ति कों हुआ भारी नुकसान

बतादे की उक्त प्रदर्शन में एस पी कलेक्टर की सयुक्त भवन में तोड़फोड़ के साथ आगजनी होने से जिला प्रशासन कों भारी नुकसान हुआ है। परिसर में रखी दर्जनों निजी मोटर सायकल जलकर खाक हो गया साथ एस पी ऑफिस के सामने से लेकर पीछे के जाते तक भीषण आग लग गयी। उधर परिसर से 500 मीटर दूर तहसील कार्यालय में भी आग लगी जहाँ आधा दर्जन कार धू धू क़र जल गयी साथ ही बस स्टेण्ड के समीप स्थित सतनामी समाज के भवन परिसर में भी आग लगी है। दमकल की गाड़ियों लम्बे समय तक आग कों काबू करने में लगे रहें। इस प्रकार प्रशासन के तरफ से पुष्टि होने पर ही नुकसान का आकड़ा सामने आ पायेगा। चुकि प्रथम दृष्टया जिला प्रशासन की आंदोलन कों हलके में लेना व पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था न करना प्रशासन की भारी चूक कों बया क़र रही है। खैर देखने वाली बात यह है की उक्त कार्यवाही में प्रदेश सरकार एवं प्रशासन किस तरह सामाजिक समन्वय एवं विधिक कार्यवाही करती है।

उपद्रवी नेतृत्वविहीन होकर परिसर मे घुसकर इस प्रकार कृत्य को अंजाम दिए है हमारे पास पर्याप्त पुलिसिंग थी– सदानंद कुमार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक

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