सड़क किनारे मिले शव का खुला राज: बेटा ही निकला पिता का हत्यारा…

0

हिंद स्वराष्ट्र सुरजपुर भूषण बघेल : 2 दिन पहले 12 अप्रैल को चौकी करंजी क्षेत्र अंतर्गत रेलवे साइडिंग झूमर पारा से करंजी मार्ग पर मृतक सुकुल साय राजवाड़े पिता महीपत राजवाड़े उम्र 48 वर्ष की किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा टांगी से ताबड़तोड़ प्रहार कर हत्या किया गया था, इस मामले की जांच पुलिस द्वारा की जा रही थी जिसके बाद पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए आरोपी पुत्र को गिरफ्तार कर लिया हैं।

मिली जानकारी के अनुसार हत्या के इस मामले में पुलिस की  पूछताछ के में मृतक के परिवार के बताए अनुसार एक सप्ताह पूर्व जमीन विवाद को लेकर गांव के ही लोगों से विवाद हुआ था विवादित लोग और मृतक के पुत्र को संदेह के आधार पर पुलिस के द्वारा रिमांड पर लिया गया था।
पूछताछ के दौरान मृतक के पुत्र प्रार्थी विक्रम राजवाड़े पिता स्वर्गीय सुकुल साय राजवाड़े जाति रजवार उम्र 23 वर्ष आरोपी ने बताया कि वर्ष 2014 में मेरे बाबा महीपत राजवाड़े जमीन बिक्री किए थे। जिसका एक लाख रुपया मेरे पिता सुकुल साय के नाम पर बैंक में जमा कर फिक्स डिपॉजिट किए थे जो पिछले साल आरोपी की शादी तय हुआ था उसे घर में शादी विवाह कार्यक्रम की आवश्यकता में खर्च होना था। पिछले वर्ष विवाह में खर्च के लिए बैंक से पैसा निकालने के लिए आरोपी और परिवार के द्वारा बोला गया तो मृतक सुकुल साय पैसा नहीं है खर्च हो गया यह बोलकर मुकर गया। पैसे की कमी से आरोपी का पिछले साल विवाह नहीं हो पाया था। इस साल आरोपी विक्रम राजवाड़े का विवाह बतरा निवासी गोपी राजवाड़े के लड़की से तय हुआ था। आरोपी का कहना था की लड़की को मैंने सिर्फ पैर धोने आई थी तभी देखा था। उसके बाद मेरा लड़की से विवाह के विषय में बातचीत भी नहीं हुआ था। और मेरे पिता सुकुल साय अपनी मर्जी से विवाह की तारीख तय कर दिए थे आरोपी ने यह भी कहा कि मेरे पिता शराब और गांजे का सेवन भी करते थे जो मुझे बिल्कुल भी पसंद नहीं था विवाह का दबाव और जमीन को बेचने की बात को लेकर पिता पुत्र के साथ लड़ाई झगड़ा करने लगा।
और इसी बात को लेकर आरोपी ने पिता की हत्या की योजना बनाई। आरोपी ने बताया कि उसके पिता हाइड्रोसील से पीड़ित बीमार व्यक्तियों का जंगली जड़ी बूटी देकर इलाज करते थे। आरोपी ने अपने पिता को मनगढ़ंत कहानी रचते हुए बोला की पिताजी मेरे एक दोस्त को हाइड्रोसील का बीमारी है उसे दवा देना है और दवा लेने मैं भी आपके साथ जाऊंगा। मौत से अनजान पिता ने पुत्र के साथ जाने की बात मान ली 12 अप्रैल को भोर में करीब 3:10 में आरोपी अपने घर से निकल कर हैंडपंप के पास जाकर अपने मोबाइल से अपने पिता के मोबाइल पर फोन लगाकर जगाया और कहा मैं घर से बाहर हैंडपंप के पास खड़ा हूं आप निकल कर आईए फिर चलेंगे। मौत से अनजान पिता अपने पुत्र को गाड़ी में बिठाकर जाने लगा तभी करंजी रेलवे साइडिंग हनुमान मंदिर पुलिया के पास गाड़ी को रोकने को कहा जैसे ही आरोपी गाड़ी से उतरा और पिता के सिर और गले में ताबड़तोड़ प्रहार कर मौत के घाट उतार दिया।
घटना को अंजाम देने के बाद पुत्र आरोपी द्वारा टांगी को झाड़ी में छुपा कर अपने घर की ओर निकल पड़ा और अपने घर के सामने बोरवेल के पास नहानी रूम में अपना टी शर्ट जींस व सैंडल को उतार कर साक्ष्य छुपाने का प्रयास किया और घर में जाकर सो गया।

इस घटना की जानकारी मृतक के आसपास के लोगों को व्हाट्सएप के माध्यम से हुआ तो वह घटनास्थल पर गए उसके साथ-साथ आरोपी भी गया घटनास्थल पर पहुंचने के बाद आरोपी के आंख में आंसू ना ही कोई ऐसी प्रतिक्रिया जिससे ऐसा प्रतीत हो कि इसके खुद के पिता की मौत हुई हो। उसी समय से पुलिस की शक की सुई उस पर घूमने लगी चूंकि मृतक का पुत्र इकलौता ही था मृतक के अंतिम संस्कार होते तक पुलिस भी आरोपी को हिरासत में नहीं ली अंतिम संस्कार के दूसरे दिन ही पुलिस ने अपना कड़ा रुख अपनाया और आरोपी को हिरासत में लिया और तब जाकर मामले का खुलासा हुआ।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here