हिंद स्वराष्ट्र सूरजपुर : आए दिन राजस्व विभाग के अधिकारियों, पटवारियों और राजस्व निरीक्षकों पर रिश्वतखोरी के आरोप लगते रहते हैं। ऐसे कुछ अधिकारी भी हैं जो अपनी जिम्मेदारी को निभाने के बदले लोगो को परेशान करने और उनसे अवैध वसूली कर रहे हैं। सूत्रों की माने तो इन भ्रष्ट पटवारियों द्वारा हर काम के लिए एक दाम नियत की गई हैं और जब तक इनको नोटों की भेंट नही चढ़ाई जाती ये अपनी कलम नही चलाते हैं। ऐसा ही एक मामला जिले से निकल कर सामने आ रहा हैं जहां एक पटवारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों एंटी करप्शन ब्यूरो द्वारा गिरफ्तार किया गया हैं।
दरअसल गोविंदपुर के रहने वाले सुनील कुमार सिंह ने उप पुलिस अधीक्षक, एन्टी करप्शन ब्यूरो, अम्बिकापुर को लिखित शिकायत की थी कि उसकी पैतृक भूमि उसके माता पिता के नाम से दर्ज थी लेकिन दोनों का देहांत होंने के बाद पीड़ित ने उस भूमि को अपने नाम पर दर्ज करने और रिकार्ड दुरूस्त कराने के लिए हल्का पटवारी नंबर-02 रामगोपाल साहू के पास फौती चढावाने पहुँचा तो पीड़ित से का नाम रिकार्ड में दुरूस्त करने के एवज में आरोपी पटवारी ने 05 से 10 हजार रुपए रिश्वत की माग की गई। इसके बाद पीड़ित ने एंटीकरप्शन के कार्यालय पहुँच कर शिकायत दर्ज कराई। शिकायत सत्यापन कराया गया जिसमे पाया गया कि पीड़ित से आरोपी रकम की मांग कर रहा है जिसके बाद आरोपी पटवारी रामगोपाल साहू, सुनील कुमार सिंह से 3000 रुपये रिश्वत लेते हुए भारतीय स्टेट बैंक सूरजपुर के प्रांगण में रंगे हाथों पकडा गया। आरोपी के विरूद्ध धारा- 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988, (यथा संशोधन 2018) के विरूद्ध कार्यवाही की जा रही है।