हिंद स्वराष्ट्र भरतपुर गणेश तिवारी : वन मंडल मनेंद्रगढ़ का वन परिक्षेत्र बहरासी का रमदहा वाटर फाल को कांग्रेस सरकार द्वरा पर्यटक स्थल घोसित किया गया था और पर्यटक की सुविधा के लिये कई निर्माण कार्य कराया गया था लेकिन विभागीय कमीशन खोरी य मिलीभगत से सभी निर्माण कार्य दम तोड़ते नजर आ रहें हैं। रमदहा वाटर फाल में पर्यटकों के लिये सी सी सड़क एवम सीढ़ियां और पेढों के निचे बैठने के लिये चबूतरा बनवाया गया था वो अब फट चुके हैं सीसी सड़क क्रेक हो चुकी है एवम कई बिल्डिंग बनवायी गयी थी जिनकी दीवारें फट चुकी हैं हम आपको बता दें की हमारे द्वारा वन परिक्षेत्राधिकारी से पूंछा गया था तो उनका कहना था की गर्मी बहुत है आदमियों का हाल बेहाल हैं अगर सड़क फट गई है तो हम दुबारा थोड़ी न बनवायेगे सन्तोष जनक जवाब न मिलने के कारण वनमंडला अधिकारी से चर्चा हुई तो उनके द्वरा कहा गया की जांच करवाया जायेगा और पुनः निर्माण करवाया जायेगा लेकिन सोचने वाली बात है कि जांच कहा हुई और निर्माण कार्य वैसा का वैसा ही है और धीरे धीरे और खत्म होता नजर आ रहा है।
वहीं हम बात करें अब तो शासन बदल चुकी है और रमदहा वाटर फॉल में अभी भी कई निर्माण कार्य कराया जा रहा है कई बिल्डिंग बन रहीं हैं बिल्डिंग में घटिया फ्लाई ऐश ईंट लगाया गया है यहां तक कि निम्नस्तर के सीमेंट का उपयोग किया जा रहा है जिसके कारण दीवारें फट गई हैं वाटर फाल तक पहुंचने के लिये सीढ़ियों का निर्माण हो रहा है लेकिन उनमें कोई बेस ही नहीं डाला गया बिना बेस के बिना सरिया के ही उबड़ खाबड़ जमीन में रेत और जंगल के बोल्डरों को लगा कर सीढ़ियां बनाई जारही है जो बरसात के समय में पानी के बहाव से रेत बह जायेगा और सीढ़ियां के निचे से रेत बहने के कारण फोल हो जायेगा और सीढ़ियां बैठ जाएंगी वहीं निर्माण कार्य में ली जारी गिट्टी डस्ट एवम मिट्टी भरी उपयोग में ली जारही है और सीमेंट भी हल्के क्वालटी का उपयोग में लिया जारहा है मसाला भी बगैर मनक क्षमता से बनाया जारहा है जब वहां काम कर रहे मजदूरों एवम मिस्त्रियों से पूछा गया कि इस तरह का बिना मानक क्षमता निर्माण कार्य कर रहे हो तो उनके द्वरा बताया गया की वन विभाग के साहब द्वरा जो बोला गया और बताया गया है वैसा की बनाया जारहा है हम तो मजदूर हैं मजदूरी कर रहे हैं इस क्षेत्र की जनपद सदस्य रामवती सिंह क्षेत्र क्रमांक14 के द्वरा बताया गया कि रमदहा वाटर फाल के निर्माण कार्य में भारी भ्रस्टाचार है इसकी शिकायत हमारे द्वारा कई बार सम्बंधित विभाग एवम जिला कलेक्टर से की गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई सर्व आदिवासी समाज के जिला उपाध्यक्ष के द्वारा भी रेंजर साहब को अडे हाथ लेते हुये कहा गया की रेंजर साहब की पकड़ ऊपर तक है साहब तो कई वर्सो से अंगद की तरह पांव जमाये बैठे हुए हैं साहब कुछ भी करें कोई बोलने वाला नहीं है उनकी राजनीतिक और प्रसासनिक पकड़ तगड़ी है इस सम्बंध में हमारी चर्चा जब कांग्रेस के ब्लॉक अध्य्क्ष रविप्रताप सिंह से हुई तो उनके द्वारा कहा गया कि रेंजर साहब की पहले भी शिकायत मिली थी कार्य में गुणवत्ता नहीं है और अभी भी शिकायत मिल रही है इस बारे मे हमारी चर्चा डी.एफ.ओ. साहब से कई बार हुई है लेकिन कोई सुधार नहीं हो रहा है।
जब हमारी बात वन परिक्षेत्राधिकारी से हुई और उनसे चर्चा की गई और निर्माण कार्य के बारे में बताया गया तो उनके द्वारा कहा गया की अभी मैं बाहर से आ रहा हूँ निर्माण स्थल जा कर देखता हूँ इतना कह कर रेंजर साहब अपने कर्तव्य से इतिश्री कर ली सन्तोष जनक जवाब न मिलने के कारण हमने जब वनमंडलाधिकारी से फोन के द्वारा सम्पर्क करना चाहा तो उनके द्वारा फोन कट कर दिया गया फोन उठाना उचित नहीं समझ ये जुम्मेवार अधिकारी बखूबी अपना कर्तव्य का निर्वाह कर रहें हैं अब देखना होगा की इस तरह के गैर जुम्मेवार अधिकारियों के ऊपर शासन क्या कर्यवाही करती है य फिर उनके ऊपर इसी तरह महरबान रहेगी जैसे अभी है।