हिंद स्वराष्ट्र अम्बिकापुर : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को विकसित भारत, विकसित छत्तीसगढ़ कार्यक्रम के तहत पूरे प्रदेश में 34,427 करोड़ रूपए की 10 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के अंतर्गत सरगुजा की शिवनगर-अंबिकापुर सड़क परियोजना भी शामिल है।
राज्य के सभी विधानसभाओं में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विकसित भारत संकल्प यात्रा के संदर्भ में प्रधानमंत्री संवाद वर्चुअल कार्यक्रम के तहत पीजी कॉलेज हॉकी ग्राउंड में जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया। जहां विधायक राजेश अग्रवाल, सरगुजा संभागायुक्त जीआर चुरेंद्र, कलेक्टर विलास भोस्कर, पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, जिला स्तरीय अधिकारी एवं बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे। विधानसभावार आयोजित इस कार्यक्रम का आयोजन सीतापुर विधानसभा अंतर्गत मैनपाट महोत्सव स्थल और लुण्ड्रा विधानसभा अंतर्गत डडगांव पंचायत में भी किया गया।
सड़क निर्माण से बढ़ी कनेक्टिविटी, राजधानी रायपुर से दूरी हुई कम- 5 मार्च 2010 में भारत सरकार द्वारा रायपुर-बिलासपुर-कटघोरा-अम्बिकापुर मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग क्र. 130 घोषित किया गया है। सरगुजा जिला अन्तर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग क्र. 130 की कुल लंबाई 52.400 किलोमिटर है, जो कि शिवनगर से प्रारंभ होकर अम्बिकापुर तक है। इस सड़क निर्माण हेतु 397.32 करोड़ प्रशासकीय स्वीकृति मिली थी। इस मार्ग में उदयपुर, लखनपुर, अम्बिकापुर जैसे नगरीय क्षेत्र है। यह मार्ग आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र से होकर गुजरता है। इस राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण के फलस्वरूप शिवनगर से लेकर अम्बिकापुर तक के मार्ग से लगे ग्राम गुमगा, डाडगांव, मनोहरपुर, दावा, बिसुनपुर, पंडरीपानी, सोनतरई, डुमरडीह, उदयपुर, झिरमिटी, जजगा, अमगसी, जुडवानी, अंधला, हंसडांड, कुंवरपुर, जुनाडीह, लखनपुर, केवरा, केवरी, रजपुरीकला, लहपटरा, सिंगीटाना, जोगीबांध, उदयपुर ढाब, मेण्ड्राकला, भिट्ठीकला, सुन्दरपुर, मांझापारा, सांडबार के ग्रामवासी सीधे तौर पर लाभान्वित हुए हैं। इस मार्ग के निर्माण से पूर्व, सरगुजा जिला मुख्यालय, अम्बिकापुर से राजधानी रायपुर जाने हेतु 8 से 10 घंटे का समय लगता था, वर्तमान में यह दूरी तय करने में 6 से 7 घंटा लगता है। जिससे आपातकालीन चिकित्सा एवं अन्य इमरजेंसी कार्य हेतु राजधानी रायपुर जाने के लिए सुलभ आवागमन की सुविधा उपलब्ध हो गयी है। यह राष्ट्रीय राजमार्ग क्र. 343 (अम्बिकापुर-रामानुजगंज-गढ़वा), राष्ट्रीय राजमार्ग क्र. 43 (कटनी-गुमला मार्ग) मार्ग को जोड़ता है, जिससे छत्तीसगढ़ के पड़ोसी राज्य (उड़ीसा, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, झारखण्ड) में कनेक्टीविटी बढ़ी है। मार्ग बनने से सरगुजा जिले के पड़ोसी जिलों (सूरजपुर, जशपुर, बलरामपुर) में कनेक्टीविटी बढ़ी है। मार्ग बनने से एक राज्य से दूसरे राज्य एवं एक जिले से दूसरे जिले की कनेक्टीविटी बढ़ गई है, जिससे क्षेत्रीय पर्यटन में वृध्दि, स्थानीय लोगों को व्यवसाय एवं स्थानीय पर्यटन का बढ़ावा हो रहा है।