गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान रेहण्ड पार्क में शावक के साथ बाघ की दहाड़ से ग्रामीणों में दहशत…

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हिंद स्वराष्ट्र सूरजपुर : छत्तीसगढ़ के सुरजपुर जिले के चांदनी बिहारपुर इलाके से गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान रेहण्ड पार्क परिक्षेत्र महुली जंगल लगा हुआ है. यहीं पर शावक के साथ बाघ विचरण कर रहा है. ग्राम कोल्हुआ के ग्रामीणों ने इसकी जानकारी दी हैं जिससे लोग काफी दहशत में है।
उल्लेखनीय हैं कि सरगुजा संभाग में इन दिनों वन्य जीवों का आतंक बढ़ गया है. शनिवार रात्रि को सूरजपुर जिले के वन परिक्षेत्र बिहारपुर अंतर्गत मोहरसोप ठुठीयापारा में हाथियों ने तीन ग्रामीणों का घर को तोड़कर घर में रखें अनाज को खाकर चैट कर दिए थे। सूरजपुर जिले के गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र से लगे गांवों में दहशत फैली हुई है। इसके अलावा सुरजपुर जिले में पिछले कुछ दिनों से हाथियों ने आतंक मचाकर रखा है। हाथी जिले के अलग-अलग जंगलों में घूम रहे है और कई घरों को तोड़कर चौपट कर दे रहे हैं वहीं फसलों को भी खाकर रौद कर क्षतिग्रस्त कर दे रहे है।
इस बीच ग्राम कोल्हुआ से लगे जंगल उद्यान क्षेत्र के पूर्वी बैजनपाठ में चरवाहों द्वारा शावक के साथ बाघ को देखा गया। वहीं बाघ के डर की वजह से जंगल किनारे के ग्रामीणों द्वारा जंगल जाना एवं रात को घर निकलना मौहाल गया है।
दरअसल, सूरजपुर जिले के चांदनी बिहारपुर इलाका गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान जंगल से लगा हुआ है। वहीं बीते वर्ष मध्यप्रदेश के संजय राष्ट्रीय उद्यान से होते हुए ग्राम लूल्ह, भुंडा, बैजनपाठ, खोहिर, महुली, करौटी अ, पेंडारी,केशर होते हुए पलामू की ओर बाघ चला गया था वहीं कुछ दिनों बाद चैत्र नवरात्रि में कुदरगढ़ वन परिक्षेत्र अंतर्गत ओड़गी के कालामाजन के जंगल में लकड़ी लेने जा रहे तीन ग्रामीणों पर हमला कर दो लोगों को मौत के घाट उतार दिया था वहीं एक की हालत गंभीर था जहां इलाज के दौरान ठीक हो गया। संघर्षरत में बाघ भी घायल हो गया था जहां उसे टैंक्युंलाइज कर उसे इलाज के लिए रायपुर ले जाया गया था इलाज के दौरान जहां ठीक होने पर उसे जंगल में छोड़ दिया गया। वहीं एक बार फिर गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान रेहण्ड पार्क परिक्षेत्र महुली के रेंजर ललित साय पैकरा ने बताया था की 24 नवंबर 2023 को बैजनपाठ में टाईगर का पदचिन्ह मिला था। रेंजर ने पुष्टि किया था। एक बार फिर दो दिन पूर्व से ग्राम कोल्हुआ से लगे उद्यान क्षेत्र के पूर्वी बैजनपाठ के जंगल में शावक के साथ बाघ होने की ग्रामीणों ने जानकारी दे रहे हैं। गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान रेहण्ड पार्क परिक्षेत्र अंतर्गत जंगल में आने वाले ग्राम लूल्ह, भुंडा, बैजनपाठ, खोहिर, महुली रामगढ़, उमझर, रसौकी,छतरंग, जुड़वनिया, बसनारा, मोहरसोप सहित आस पास के गांवों में डर का मौहल बना हुआ है। वहीं उद्यान के अधिकारियों कर्मचारियों द्वारा किसी तरह का कोई जागरूक नहीं किया जा रहा है नहीं लोगों को सतर्क किया जा रहा है जिससे बड़ा अनहोनी की खतरा मंडरा रहा है।
इस संबंध में गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान रेहण्ड पार्क परिक्षेत्र महुली के रेंजर ललित साय पैकरा से बात किया गया तो उनके द्वारा बताया गया कि हमें भी जानकारी मिली है पता करवा रहा हूं। वहीं दूसरी ओर गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान पार्क परिक्षेत्र महुली के डिप्टी रेंजर सूर्यभान सिंह ने बताया की पद चिन्ह मिला है लेकिन पुष्टि करने में दिक्कत हो रही है जो कि अच्छे से दिखाई नहीं दे रहा है तेंदुआ है या बाघ?

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