हिंद स्वराष्ट्र सूरजपुर. सूरजपुर में परिवार सहित कमाने खाने आए युवक की 12 अगस्त को दुर्गा बाड़ी के पास शव फांसी के फंदे में मिलने के मामले में एक महीना बीत जाने के बावजूद आज तक मृतक के परिजनों को इंसाफ नहीं मिल पाया है। मृतक की बेटी ने पिता को प्रताड़ित करने वालो पर अपराध दर्ज करने की गुहार आईजी,एसपी सहित अन्य अधिकारियों से की है।
उच्चाधिकारियों को दिए शिकायत में बताया गया है कि उसके पिता राजेन्दर प्रसाद सिंह ने दो शादी की है वह पहली पत्नी की पहली संतान है विगत 3 सालो से सूरजपुर के रहने वाले सेठ कैलाश अग्रवाल के गोदाम में रहकर दोनों काम करते थे। 12 अगस्त को उनका शव फांसी में लटका मिला था। मरने से पहले उसके पिता केरता अपने घर मे आये थे और बहुत परेशान हताश थे। पूछने पर उसने बताया था कि उसका सेठ पैसा नही दे रहा है और मांगने पर मारपीट कर जान से मारकर फेंकने की धमकी भी दिया था। मृतक ने उन्हें उसकी पत्नी के साथ मिलकर सेठ द्वारा प्रताड़ित किए जाने है तथा मारपीट कर गोदाम से निकाल देने और सूरजपुर में नहीं दिखने की धमकी दिए जाने की बात बताई थी। मृतक की बेटी का कहना हैं कि सेठ के आतंक से भयभीत होकर मृतक कई दिनों तक भूखे प्यासे सूरजपुर में ही रहते रहे। मृतक द्वारा सूरजपुर के अजाक थाना के साथ एसडीएम से शिकायत कर न्याय की फरीयाद की गई थी। लेकिन उनको किसी तरह का सहायता नहीं मिला। जिस वजह से मेरे पिता ने मौत को गले लगा लिया। बेटी ने अपनी मां और सेठ पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा हैं की उसके पिता की मौत की असली वजह उसकी मां और सेठ जी है। जो उसके पिता को बाधकर मारपीट कर प्रताडित करते थे। यह सब कुछ उसने अपने आंखों से देखा है। पिता की मौत के बाद बेटी ने अपनी माँ पर कई गंभीर आरोप लगाए है। वह खुद तो ऐसी है और उसे भी अपने जैसी बनाना चाह रही थी इसके लिए वह मारपीट भी करती थी। फिलहाल पूरे मामले की उच्च अधिकारियों से लिखित शिकायत उसने न्याय की गुहार लगाई है।