हिंद स्वराष्ट्र सूरजपुर : दिन प्रतिदिन स्वास्थ विभाग की व्यवस्था बद से बत्तर होती जा रही है, ऐसा प्रतीत होता हैं जैसे खुद स्वास्थ्य विभाग ही बीमार हैं जिसे इलाज की शख्त जरूरत हैं। बीमार स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते कई लोगो की जान सूली चढ़ चुकी है। ऐसे ही एक घटना आज फिर देखने को मिली जहां एक 2 माह के शिशु की तबियत खराब होने पर परिजन उसे लेकर बिश्रामपुर चिकित्सालय पहुंचे जहां उसकी स्थिति गंभीर होने पर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया, जबकि शिशु को स्वास लेने में दिक्कत होने और परिजनों के लाख मिन्नत करने के बाद भी उसे ऑक्सीजन तक नही लगाया गया। जिसका नतीजा यह रहा की परिजन शिशु को लेकर जिला अस्पताल पहुंचते उससे पहले ही उसकी मौत हो गई। जिसके बाद परिजनो के साथ भाजपा कार्यकर्ता जिला अस्पताल पहुँच गए और नाराजगी जाहिर करते हुए नारे बाजी करते हुए जमकर हंगामा किया। जानकारी मिलते ही मौके पर पुलिस पहुची।
समय रहते ऑक्सीजन मिलता तो बच जाती जान
बच्चे की मां करवा ग्राम निवासी प्रेमलाल राजवाड़े ने बताया की आज 3 बजे उसके 2 माह के बेटे की तबियत बिगड़ने पर वे उसे लेकर बिश्रामपुर अस्पताल पहुचे थे जहाँ पर प्राथमिक उपचार न कर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया जबकि बच्चे को हालत लगातार बिगड़ रही थी बच्चे को सांस लेने में परेशानी हो रही थी, ऑक्सीजन लगाने के लिए उनके द्वारा मिन्नते की गई, पर ऑक्सीजन उपलब्ध रहने के बाद भी नही लगाया गया।
लापरवाही कई लोग काल के गाल में समा गए
सरकार के स्वास्थ मंत्री टी एस सिंहदेव के संभाग के स्वास्थ विभाग की स्थिति बद से बत्तर हो गई है आये दिन मरीजो के जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है स्वास्थकर्मियों की संवेदना की भी मौत हो चुकी है। लापरवाही का आलम यह है कि विभाग खुद में मदमस्त है, न कोई अंकुश है, न इसकी किसी जनप्रतिनिधियों को कोई चिंता।