हिंद स्वराष्ट्र मनेंद्रगढ़ किशन देव शाह : शहर सहित ग्रामीण अंचलों में अवैध शराब के धंधे फल फूल रहे है। पुलिस अधिकारियों की मौन स्वीकृति के चलते विदेशी शराब की अवैध बिक्री बेरोकटोक जारी है। खास बात तो ये है कि होटलों और ढाबों पर विदेशी शराब पीने वालों के लिए वीआईपी व्यवस्था है। जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही का आलम ये है कि मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिला से चार पहिये वाहन और दो पहिया वाहन से शराब की पेटियों का मनेंद्रगढ़ में खुलेआम परिवहन कर रहे है। नियमों को ताक पर रखकर अनूपपुर जिला के शराब दुकान का ठेकेदार और होटल संचालक चांदी काट रहे है। वहीं युवा शराब की लत में उलझते जा रहे है।और दिन पर दिन शहर का माहौल खराब होते जा रहा है। शहर सहित आसपास में लगभग 14 से 15 होटल और ढाबे है जिनमे से लगभग 10 से अधिक होटलों में विदेशी शराब बेची जा रही है।
होटल और ढाबों में पीने वालों के लिए है वीआईपी व्यवस्था
शहर के कुछ होटल में पीने वालों के लिए विशेष व्यवस्था है। शाम होते ही होटलों और ढाबों में युवाओं की टोलियां पहुंच जाती है। यहां पर युवाओं को विदेशी शराब सहित मनपसंद ब्रांड की शराब आसानी से मिल रही है। होटल संचालक और ढाबा मालिक युवाओं को शराब परोस कर मोटी कमाई कर रहे हैं। ये पूरा धंधा कुछ माह से तेजी पकड़ा हुआ है। लेकिन जिम्मेदार अधिकारी मौन धारण किए है। पुलिस अधिकारियों की मौन स्वीकृति के चलते क्षेत्र में शराब का अवैध व्यापार फल फूल रहा है। कई बार अधिकारी दिखावे के लिए कुछ कार्रवाई कर देते है। लेकिन अवैध धंधों में लिप्त लोगों के खिलाफ अधिकारी सख्त कार्रवाई करने से हमेशा बचते रहे है। तो वही होटलों और ढाबों पर देर रात तक शराब और कबाब परोसने का धंधा चलता रहता है। जिस पर अधिकारी नरमी बरत रहे है। इससे पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिह्न लग रहे हैं। शहर में मध्य प्रदेश की शराब इतनी आसानी से उपलब्ध हो रही है कि युवा वर्ग के साथ ही अन्य लोग भी शराब के आदी होने लगे है। इससे समाज में कई परिवार बर्बाद हो रहे है।
महिलाओं को होती है परेशानी
यहाँ कई लोगों द्वारा घरों और दुकानों से अवैध शराब बिकने का कार्य कर रहे है। शराब के आदि हो चुके लोग सुबह से शाम तक चक्कर लगाते रहते है। ऐसे में क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं सहित आने जाने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। लेकिन शराब माफिया के डर से कोई कुछ नहीं कहता है। इसलिए अवैध धंधे चरम पर पहुंच गए है। वही अगर बीट की बात करे तो यहाँ बीट अधिकारियों की लापरवाही से अवैध धंधों पर कोई रोक नहीं लग पा रही हैं। वर्तमान में भी हालत जस की तस बनी हुई है। शराब के आदि हो चुके कई युवा अपराधों में भी लिप्त हो रहे है। इससे नगर की सामाजिक व्यवस्था बिगड़ रही है।
चारपहिया और दो पहिया वाहनों से होता है अवैध शराब परिवहन
पुलिस विभाग की लापरवाही के चलते मध्य प्रदेश की विदेशी शराब का अवैध परिवहन जोरों पर किया जा रहा है। ठेकेदारों के मैनेजर और मनेंद्रगढ़ के शराब माफिया द्वारा जिम्मेदारों के साथ मिलीभगत करके शहर सहित आसपास के क्षेत्रों में किराना दुकानों होटलों ढाबों पर विदेशी शराब की सप्लाई की जाती है। लेकिन पुलिस विभाग के लापरवाह अधिकारियों को ये वाहन दिखाई नहीं देते। ऐसा नहीं है कि शराब का अवैध परिवहन किसी से छुपा है। लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही के चलते अवैध व्यापारियों को मौन स्वीकृति मिल चुकी है।
होटल मालिक को छोड़ पुलिस होटल के नौकर पर करती है कार्यवाही
मनेंद्रगढ़ के भगत सिंह तिराहे,राजस्थान भवन के पास,जेकेडी रोड,टाकीज के पास,नदीपार नेशनल हाइवे के किनारे संचालित होटलों में पूर्व में जब भी पुलिस द्वारा शराब बेचने और पिलाने को लेकर अधिकांश कार्यवाही में देखा गया है कि होटल संचालक को छोड़ नौकर पर आबकारी एक्ट की करवाई किया गया। जिस कारण भी अवैध शराब बेचने वालो के हौसले बुलंद है। शहर में कई ऐसे अवैध शराब बेचने वाले है जो फोन पर आर्डर के कर घर तक मध्य प्रदेश की शराब पहुंचाने का कार्य कर रहे है।