हिंद स्वराष्ट्र नई दिल्ली : भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने शुक्रवार को कहा कि वह वरिष्ठ पेंशनभोगियों या ग्राहकों के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने के लिए ग्राहक सेवा केंद्र पर आईरिस स्कैनर लगाने के विकल्पों पर विचार कर रहा है। इससे वरिष्ठ नागरिकों को बैंक शाखा में आने जाने की जरूरत नहीं होगी और वे बैंक मित्र चैनल पर आसानी से पेंशन निकाल सकेंगे। एसबीआई ने एक बयान में कहा कि बैंक वरिष्ठ पेंशनभोगियों/ग्राहकों के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने के लिए बीसी/सीएसपी (बैंक मित्र) चैनलों पर आईरिस स्कैनर स्थापित करने के विकल्पों की भी जांच की जा रही है। बयान में आगे कहा गया है कि एसबीआई ने हमेशा अपने व्यावसायिक लक्ष्यों को राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के साथ जोड़ा है और वित्तीय समावेशन गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित किया है।
एक घटना ने बदल दी पूरी रणनीति
एसबीआई ने कहा कि एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हाल ही में सामने आई है, जहां एक वरिष्ठ नागरिक ग्राहक को ओडिशा के नबरंगपुर जिले के झरिगांव ब्लॉक में पास के सीएसपी (बैंक मित्र) से अपनी वृद्धावस्था पेंशन निकालने में कठिनाई का सामना करना पड़ा। उसके उंगलियों के निशान फीके पड़ गए थे। सीएसपी (बैंक मित्र) पर बायोमेट्रिक रीडर द्वारा उंगलियों के निशान ठीक से रीड न कर पाने के कारण बुजुर्ग को पेंशन नहीं मिल सकी। निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार, निकटतम लिंक शाखा एसबीआई झरिगांव ने पेंशनभोगी के खाते से मैन्युअल रूप से राशि डेबिट करके तुरंत पेंशन राशि का भुगतान किया। उसे शाखा प्रबंधक द्वारा भी आश्वस्त किया गया है कि आगे से बैंककर्मी उसके घर जाकर पेंशन का वितरण करेंगे। सद्भावना के तौर पर एसबीआई ने पेंशनभोगी के आने-जाने में सुविधा के लिए उसे एक व्हीलचेयर दान की है।
बैंक तक आसान होगी ग्राहकों की पहुंच
एसबीआई ने कहा है कि ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए आवश्यक प्रोटोकॉल पहले से ही मौजूद हैं, लेकिन अब उनका पालन सुनिश्चित किया जाएगा। एसबीआई ने अब मामले संज्ञान लिया है। सभी बीसी/सीएसपी (बैंक मित्र) को नए दिशानिर्देश जारी कर दिए गए हैं, ताकि वे किसी भी ऐसे मामले के समाधान के लिए अपनी लिंक शाखाओं से संपर्क कर सकें।