तीसरे से 30वें स्थान पर फिसले अडानी, कंपनियों ने गंवाए 12 लाख करोड़ रुपये..

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हिंद स्वराष्ट्र नई दिल्ली : दिग्गज भारतीय कारोबारी गौतम अडानी महज एक महीने पहले तक दुनिया के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति थे. हालांकि पिछले एक महीने के दौरान गौतम अडानी की नेटवर्थ रिकॉर्ड रफ्तार से कम हुई है और अब वह दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों की सूची में 30वें स्थान पर फिसल गए हैं. अब उनकी नेटवर्थ भी कम होकर 40 बिलियन डॉलर से नीचे आ चुकी है.

एक रिपोर्ट ने पलट दी तस्वीर
अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग की पिछले महीने आई एक विवादास्पद रिपोर्ट इसकी वजह है. हिंडनबर्ग ने 24 जनवरी को जारी एक रिपोर्ट में अडानी समूह के ऊपर कई गंभीर आरोप लगाए थे. रिपोर्ट में कहा गया था कि अडानी समूह के शेयरों की वैल्यू काफी ज्यादा है. इसके अलावा शेयरों के भाव में हेर-फेर करने समेत अन्य कई आरोप भी लगाए गए थे. रिपोर्ट सामने आने के बाद से लगभग हर रोज अडानी समूह के शेयरों में भारी गिरावट आ रही है. इसके कारण ही गौतम अडानी की नेटवर्थ में भी तेजी से कमी आ रही है.

कभी इतनी हो गई थी नेटवर्थ
गौतम अडानी पिछले साल सितंबर महीने में पहली बार दुनिया के तीन सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक बने थे. ब्लूमबर्ग बिलियनयर्स इंडेक्स के आंकड़ों के अनुसार, अडानी की कुल संपत्ति 31 अक्टूबर को बाजार बंद होने के बाद 143 बिलियन डॉलर पर पहुंच गई थी. तब उनसे ज्यादा अमीर सिर्फ टेस्ला के सीईओ एलन मस्क और अमेजन के जेफ बेजोस थे.

अब तक हुआ इतना नुकसान
हालांकि अब यह तस्वीर पूरी तरह से बदल चुकी है. ब्लूमबर्ग बिलियनयर्स इंडेक्स के ताजा आंकड़ों को देखें तो अब गौतम अडानी की नेटवर्थ महज 39.9 बिलियन डॉलर बची है. पिछले एक महीने में गौतम अडानी को 80 बिलियन डॉलर से ज्यादा का नुकसान हुआ है. कभी मुकेश अंबानी से मीलों आगे निकल चुके गौतम अडानी की संपत्ति अब रिलायंस चेयरमैन की नेटवर्थ के आधे से भी कम रह गई है. मुकेश अंबानी अभी 81.7 बिलियन डॉलर की नेटवर्थ के साथ दुनिया के 10वें सबसे अमीर व्यक्ति हैं.

भाग्यशाली रहा था पिछला साल
गौतम अडानी के लिए पिछला साल यानी 2022 काफी भाग्यशाली रहा था. पिछले साल फरवरी में वह मुकेश अंबानी को पीछे छोड़ भारत व एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति बने थे. पिछले साल अप्रैल महीने के दौरान गौतम अडानी की नेटवर्थ पहली बार 100 बिलियन डॉलर के पार निकली थी. एक-एक कर वह बिल गेट्स और बर्नार्ड अर्नाल्ट जैसे धनकुबेरों को पीछे छोड़ने में सफल रहे थे. सिर्फ 2022 में अडानी की नेटवर्थ में करीब 70 बिलियन डॉलर का इजाफा हुआ था. हालांकि पिछले एक महीने में ही उन्हें इससे ज्यादा का नुकसान उठाना पड़ चुका है.

अडानी की कंपनियों को इतना नुकसान
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से अब तक समूह की 10 लिस्टेड कंपनियों को भी भारी नुकसान हुआ है. समूह की इन कंपनियों का मार्केट कैप मिलाकर 12.06 लाख रुपये कम हुआ है. नुकसान का यह आंकड़ा भारत की दूसरी सबसे बड़ी लिस्टेड कंपनी टीसीएस की वैल्यू के लगभग बराबर है. समूह की अडानी टोटल गैस का शेयर सबसे ज्यादा 80.68 फीसदी गिरा है. वहीं अडानी ग्रीन एनर्जी और अडानी ट्रांसमिशन के शेयरों में करीब 75 फीसदी की गिरावट आई है. समूह की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज के शेयरों के भाव तब से अब तक करीब 62 फीसदी कम हुए हैं.

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