हिंद स्वराष्ट्र रायगढ़ : राज्य शासन ने तीन साल से एक ही हलके में जमे पटवारियों को ट्रांसफर करने का आदेश दिया था। आदेश के कई महीनों बाद अब जाकर बदलाव शुरू हुआ है। रायगढ़ अनुविभाग में 34 पटवारियों के प्रभार बदले गए हैं। हालांकि कुछ के प्रभार यथावत् ही हैं।शासन ने कहा था कि एक ही हलके में तीन साल से अधिक समय से जमे पटवारियों का तबादला किया जाए। कई महीनों तक रायगढ़ जिले में सन्नाटा रहा। भू-अभिलेख शाखा ने ऐसे पटवारियों की सूची मंगवाई थी। सभी तहसीलों ने इसकी जानकारी भेजी ही नहीं। कई महीनों तक चुप्पी के बाद नवपदस्थ कलेक्टर ने एक बार फिर ऐसे पटवारियों को बदलने का आदेश दिया था। बुधवार को रायगढ़ अनुविभाग में 34 पटवारियों के प्रभार बदले गए हैं। 27 पटवारियों के प्रभार तकरीबन पूरी तरह बदल दिए गए हैं, लेकिन सात पटवारी ऐसे हैं जिनको पुराने हलके में ही पदस्थ रखा गया है।उदाहरण के तौर पर भरत सिंह ठाकुर अब तक कांशीचुआं में पदस्थ थे। बुधवार के आदेश में उनको कांशीचुआं के साथ परसदा का भी प्रभार दिया गया है। इसी तरह अमीलाल सिदार को पुसौर तहसील के पडिग़ांव के साथ त्रिभौना का प्रभार दिया गया था। नए आदेश में उनसे त्रिभौना का प्रभार छीनकर केवल पडिग़ांव का जिम्मा दिया गया है। ऐसा आदेश सात पटवारियों के साथ हुआ है।
कहां हैं इतने पटवारी
एक साथ सात पटवारियों को दो हलकों का प्रभार देने का आदेश किसी के गले नहीं उतर रहा है। कई जानकार इस पर सवाल उठा रहे हैं। कहा जा रहा है कि पटवारियों की संख्या इतनी कम नहीं है कि किसी को दोहरा प्रभार दिया जाए। कई पटवारियों को पुराने हलके में ही काबिज रखा गया है। अतिरिक्त प्रभार को भी इस आदेश में जोडऩे पर सवाल उठ रहे हैं।