1 लाख का इनामी नक्सली ससुराल से गिरफ्तार,निशानदेही पर साथी नक्सली भी दबोचा गया…

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हिंद स्वराष्ट्र बलरामपुर: बलरामपुर जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र सामरीपाठ में वर्ष 2017 में नक्सलियों द्वारा बाक्साइट खदान में लगे पोकलेन मशीन को आग के हवाले कर दिया गया था। इस मामले में सामरी थाने में नक्सलियों के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया था। घटना को अंजाम देने में झारखंड के इनामी नक्सली रामचन्द्र यादव उर्फ दशरथ यादव व उसके साथी का नाम सामने आया था। तब से रामचंद्र फरार चल रहा था। 5 साल बाद मुखबिर की सूचना पर बलरामपुर पुलिस ने नक्सली रामचंद्र यादव को उसके ससुराल जशपुर जिले से गिरफ्तार किया है। वह वहां छिपकर रह रहा था। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने उसके साथी जगदीश यादव को झारखंड के महुआडांड़ से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने रामचंद्र यादव के कब्जे से 12 बोर का बंदूक बरामद किया है, जिसे उसने आंगन में गाड़ कर रखा था। वहीं जगदीश के कब्जे से तलवार बरामद किया गया। पुलिस ने दोनों नक्सलियों को जेल भेज दिया है। गिरफ्तार नक्सली रामचंद्र यादव पर झारखंड सरकार द्वारा १ लाख रुपए का इनाम रखा गया था।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़-झारखंड सीमा से लगे नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस द्वारा संयुक्त अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में छत्तीसगढ़ व झारखंड के सुरक्षा बलों को लगाया गया है। इसी का परिणाम है कि धीरे-धीरे क्षेत्र से नक्सलियों का सफाया होता जा रहा है।
इसी अभियान के तहत बलरामपुर एसपी मोहित गर्ग व एएसपी नक्सल ऑपरेशन प्रशांत कतलम को मुखबिर से सूचना मिली की वर्ष 2017 में सामरीपाठ क्षेत्र में नक्सलियों द्वारा बाक्साइट खदान में लगे पोकलेन मशीन को आग के हवाले करने वाला नक्सलियों का एक सदस्य रामचन्द्र उर्फ रमेश यादव जशपुर मिले में अपने ससुराल में छिपा है।
एसपी के निर्देश पर टीम गठित कर पुलिस जशपुर रवाना हुई। पुलिस ने जशपुर जिले के सन्ना से नक्सली रामचंद्र यादव को गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान गिरफ्तार नक्सली रामचंद्र यादव ने पुलिस को बताया कि घटना के दौरान नक्सली शंकर यादव, गुड्डू यादव व जगदीश यादव शामिल थे।
उसकी निशानदेही पर पुलिस ने अन्य नक्सलियों के घर में दबिश दी और जगदीश यादव को झारखंड के महुआडांड़ से गिरफ्तार किया। बलरामपुर पुलिस ने इन दोनों नक्सलियों को जेल भेज दिया है।

वर्ष 2013 में नक्सली दस्ते में हुआ था शामिल
गिरफ्तार नक्सली रामचंद्र यादव ने पुलिस को बताया कि वह वर्ष 2013 में माओवादी संगठन टीपीसी में शामिल हुआ था। इसके बाद से वह झारखंड व छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कई घटना को अंजाम दे चुका है। उसके ऊपर झारखंड सरकार द्वारा 1 लाख रुपए का इनाम रखा गया था।
जेल से छूटने के बाद टीपीसी में था सक्रिय
गिरफ्तार नक्सली रामचन्द्र यादव ने वर्ष 2017 में महुआडांड़ में लेव्ही वसूली करने आगजनी व मारपीट की थी। वर्ष 2019 में इस मामले में उसे जेल भेजा गया था। वर्ष 2020 में वह जेल से जमानत पर रिहा हुआ था।
इसके बाद फिर से टीपीसी की नक्सली गतिविधियों में वह सक्रिय हो गया था। पोकलेन में आग लगाने के मामले में गिरफ्तार नक्सली रामचंद्र के खिलाफ सामरीपाठ में वर्ष 2017 में बीकेसी बाक्साइट खदान मैनेजर अजीत कुमार सिंह द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी।

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